करसोग: विधायक दीपराज ने शिमला आईजीएमसी में इलाज कराने जाने वाले गरीब मरीजों के लिए एक पहल की है. करसोग विधायक ने अपने पैसे से कामक्षा भवन बनवाया है. जहां करसोग से इलाज के लिए शिमला जाने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को ठहरने और खाने पीने की निशुल्क सुविधा मिलेगी. यह व्यवस्था 2 जून से शुरू हो गई है. पहले ही दिन करसोग से आईजीएमसी इलाज के लिए आए 7 लोगों ने निशुल्क सुविधा का लाभ लिया. गौरतलब है कि करसोग से रोजाना कई मरीज शिमला में विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवाने जाते हैं, ऐसे विधायक की इस पहल का करसोग की जनता ने स्वागत किया है.
30 बिस्तरों की व्यवस्था: विधायक दीपराज ने शिमला में आईजीएमसी के पास ही करसोग के लोगों के लिए ठहरने सहित खाने पीने की निशुल्क व्यवस्था की है. इसके लिए संजौली चौक में दो हॉल, एक स्टाफ रूम, किचन और बाथरूम किराए पर लिए गया है. दो हॉल में मरीजों सहित तीमारदारों के विश्राम के लिए 30 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा यहां ठहरने पर लोगों को निशुल्क में खाना भी मिलेगा. इसी तरह से यहां नहाने की भी सुविधा है. जिससे शिमला इलाज के लिए आने वाले मरीजों की चिंता दूर हो गई है.
करसोग से रोजाना आते हैं कई मरीज: करसोग विधानसभा से रोजाना करीब 30 मरीज इलाज के लिए आईजीएमसी सहित दीनदयाल उपाध्याय, कमला नेहरू अस्पताल आते हैं. साधनहीन मरीज शिमला में ठहरने का इंतजाम नहीं कर पाते हैं. ऐसे में इलाज लंबा चलने की स्थिति में मरीजों और तीमारदार शिमला रुकने में असमर्थ होते हैं. पैसे की कमी के कारण बहुत से लोगों को इलाज करवाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. विधायक दीपराज ने जनता के इसी दर्द को समझा है.
'मरीजों की पीड़ा को नजदीक से देखा है': विधायक दीपराज जब सक्रिय राजनीति में नहीं थे, उस समय से उन्होंने करसोग से शिमला में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की पीड़ा को नजदीक से देखा है. उन्होंने देखा है कि एक दिन में मेडिकल टेस्ट न होने से अगर मरीजों को ज्यादा दिन रुकना होता था तो, उनके ठहरने के लिए कोई जगह नहीं होती थी. वहीं गरीब मरीज कमरा लेकर रहने की स्थिति में नहीं होते थे. साधनहीन लोगों के इसी दर्द को समझते हुए, उन्होंने करसोग की जनता के लिए शिमला में कामक्षा भवन का शुभारंभ किया.
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