करसोग: मंडी जिले के करसोग में एचआरटीसी की बस में सफर कर रहे दिव्यांग के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है. यहां करसोग से मंडी जा रही बस के चालक और परिचालक पर मंडी के सखोवा के रहने वाले दिव्यांग खेमचंद को आधे रास्ते में धक्के मार कर बस से बाहर निकाले जाने का आरोप लगा है. जानकारी के अनुसार दिव्यांग अपने भाई से मिलने रामपुर गया था. जो घर वापस जाने के लिए करसोग बस स्टैंड से बस नंबर HP 30 B 6207 में सवार हुआ था, लेकिन सवारियां अधिक होने की वजह से खेम चंद को बैठने को सीट नहीं मिली. (Misbehavior Case with Divyang in Karsog) (Misbehavior Case with Divyang in HRTC bus)
दिव्यांग बस में खड़ा होकर सफर करने के लिए मजबूर था, ऐसे में उसने सनारली के समीप परिचालक से सीट दिलवाने का आग्रह किया, लेकिन परिचालक ने सीट देने के बजाए दिव्यांग को वर्क शॉप के नजदीक बस से धक्का देकर बाहर निकाल दिया. प्रत्यक्षदर्शी वर्कशॉप के मालिक टेकचंद शर्मा ने बताया कि बस से बाहर निकाले जाने पर दिव्यांग काफी घबराया हुआ था और छुपने के लिए जगह की तलाश कर रहा था. इस बारे में जब चालक से बात करने का प्रयास किया तो वर्क शॉप मालिक पर भी रोब छाड़ दिया और दिव्यांग को रात के समय ठंड के मौसम में आधे रास्ते में छोड़कर बस को दौड़ा दी.
जिसके बाद वर्क शॉप मालिक ने सहारा देकर दिव्यांग युवक को दिव्यांग संघ के प्रदेश अध्यक्ष दयवंत कुमार के पास ले गए. जहां दिव्यांग के लिए रात को ठहराने की व्यवस्था की गई. आरएम उमेश ठाकुर का कहना है कि दिव्यांग को बस से बाहर निकालने की शिकायत मिली है. इस पर चालक और परिचालक से तीन दिन में जवाब मांगा गया है. अगर दुर्व्यवहार का आरोप सही साबित होता है तो चालक और परिचालक के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि दिव्यांग को दूसरी बस में घर भेज दिया गया है.
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