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किसानों के लिए दामिनी व मेघदूत मोबाइल ऐप्स जारी, बारिश और आकाशीय बिजली गिरने का मिलेगा अलर्ट

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Published : Jul 16, 2020, 3:52 PM IST

Updated : Jul 16, 2020, 4:23 PM IST

केंद्रीय सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से संचालित दामिनी और मेघदूत नाम की दो मोबाइल फोन ऐप किसानों ने लिए वरदान साबित हो रही हैं. दामिनी ऐप से आकाशीय बिजली गिरने से पहले ही आप इसकी जानकारी हासिल कर सकते हैं. भारतीय मौसम विभाग और आईआईटी पुणे के विशेषज्ञों ने एक ऐप बनाया है, जिसे मौसम विभाग ने अपनाने की सलाह जारी की है.

Agricultural Science Center Sundernagar
Agricultural Science Center Sundernagar

सुदंरनगर: केंद्रीय सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से संचालित दामिनी और मेघदूत नाम की दो मोबाइल फोन ऐप किसानों ने लिए वरदान साबित हो रही हैं. दामिनी ऐप से आकाशीय बिजली गिरने से पहले ही आप इसकी जानकारी हासिल कर सकते हैं.

भारतीय मौसम विभाग और आईआईटी पुणे के विशेषज्ञों ने एक ऐप बनाया है, जिसे मौसम विभाग ने अपनाने की सलाह जारी की है. यह ऐप बिजली गिरने के 30 से 40 मिनट पहले अलर्ट करता है. इससे जनहानि से काफी हद तक बचा जा सकता है.

यह ऐप सचेत करता है कि बिजली गिरने वाली है और आप इस क्षेत्र से हट जाएं या अंदर चले जाएं. आम जनता के साथ-साथ राज्य सरकार के लिए भी यह एप काफी मददगार हो सकती है.

वहीं, डिजिटल इंडिया के तहत भू-विज्ञान और कृषि मंत्रालय ने मेघदूत मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है. इसमें किसान मौसम व कृषि से सम्बन्धित विभिन्न जानकारी हासिल कर सकते हैं. यह ऐप मौसम के बारे में छह पैरामीटर पर जानकारी प्रदान करता है. इनकी मदद से किसान फसल की बिजाई और मौसम आधारित उत्पादन के तरीके जान सकते हैं.

जानकारी देते हुए कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर के प्रभारी और वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पंकज सूद ने कहा कि बिजली गिरने से देश में हर साल हजारों लोगों की मौत हो जाती है. हाल ही में बिहार में भी आसमानी बिजली की जद में आकर सैकड़ों लोगों की मौत हुई है.

सुंदरनगर के एक कस्बे डैहर में भी आसमानी बिजली गिरने से लोग बच गए थे. इस ऐप के माध्यम से अब लोग आसमानी बिजली गिरने से पहले इसकी जानकारी प्राप्त कर जान व माल की हानि से बच सकते हैं. इसको देखते हुए प्रदेश के मौसम विज्ञान विभाग ने लोगों को इस ऐप की मदद लेने की सलाह दी है.

सूद ने कहा कि इस मेघदूत मोबाइल ऐप पर किसान फसलों एवं पशुओं की देखभाल करने के तरीके व कृषि कार्याें में सलाह भी प्राप्त कर सकते हैं. मेघदूत ऐप पर मंगलवार व शुक्रवार को पांच दिन की एडवायजरी जारी की जाती है.

पंकज ने कहा किसान इस ऐप का उपयोग हिंदी एवं अग्रेजी के साथ-साथ स्थानीय भाषा में भी कर सकते हैं. कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर में कृषि मौसम विशेषज्ञ के पद पर डॉ. शिवानी ठाकुर ने किसानों से आग्रह किया है कि सभी किसान इन ऐप्स को डाउनलोड कर मौसम से जुड़ी जानकारी का लाभ उठाएं.

वीडियो.

पढ़ें: वाहन चालकों पर कुल्लू पुलिस की रहेगी नजर, लगाए गए ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर कैमरे

सुदंरनगर: केंद्रीय सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से संचालित दामिनी और मेघदूत नाम की दो मोबाइल फोन ऐप किसानों ने लिए वरदान साबित हो रही हैं. दामिनी ऐप से आकाशीय बिजली गिरने से पहले ही आप इसकी जानकारी हासिल कर सकते हैं.

भारतीय मौसम विभाग और आईआईटी पुणे के विशेषज्ञों ने एक ऐप बनाया है, जिसे मौसम विभाग ने अपनाने की सलाह जारी की है. यह ऐप बिजली गिरने के 30 से 40 मिनट पहले अलर्ट करता है. इससे जनहानि से काफी हद तक बचा जा सकता है.

यह ऐप सचेत करता है कि बिजली गिरने वाली है और आप इस क्षेत्र से हट जाएं या अंदर चले जाएं. आम जनता के साथ-साथ राज्य सरकार के लिए भी यह एप काफी मददगार हो सकती है.

वहीं, डिजिटल इंडिया के तहत भू-विज्ञान और कृषि मंत्रालय ने मेघदूत मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है. इसमें किसान मौसम व कृषि से सम्बन्धित विभिन्न जानकारी हासिल कर सकते हैं. यह ऐप मौसम के बारे में छह पैरामीटर पर जानकारी प्रदान करता है. इनकी मदद से किसान फसल की बिजाई और मौसम आधारित उत्पादन के तरीके जान सकते हैं.

जानकारी देते हुए कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर के प्रभारी और वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पंकज सूद ने कहा कि बिजली गिरने से देश में हर साल हजारों लोगों की मौत हो जाती है. हाल ही में बिहार में भी आसमानी बिजली की जद में आकर सैकड़ों लोगों की मौत हुई है.

सुंदरनगर के एक कस्बे डैहर में भी आसमानी बिजली गिरने से लोग बच गए थे. इस ऐप के माध्यम से अब लोग आसमानी बिजली गिरने से पहले इसकी जानकारी प्राप्त कर जान व माल की हानि से बच सकते हैं. इसको देखते हुए प्रदेश के मौसम विज्ञान विभाग ने लोगों को इस ऐप की मदद लेने की सलाह दी है.

सूद ने कहा कि इस मेघदूत मोबाइल ऐप पर किसान फसलों एवं पशुओं की देखभाल करने के तरीके व कृषि कार्याें में सलाह भी प्राप्त कर सकते हैं. मेघदूत ऐप पर मंगलवार व शुक्रवार को पांच दिन की एडवायजरी जारी की जाती है.

पंकज ने कहा किसान इस ऐप का उपयोग हिंदी एवं अग्रेजी के साथ-साथ स्थानीय भाषा में भी कर सकते हैं. कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर में कृषि मौसम विशेषज्ञ के पद पर डॉ. शिवानी ठाकुर ने किसानों से आग्रह किया है कि सभी किसान इन ऐप्स को डाउनलोड कर मौसम से जुड़ी जानकारी का लाभ उठाएं.

वीडियो.

पढ़ें: वाहन चालकों पर कुल्लू पुलिस की रहेगी नजर, लगाए गए ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर कैमरे

Last Updated : Jul 16, 2020, 4:23 PM IST
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