मंडी: हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर संघ के सदस्यों ने शनिवार को लाल बहादुर शास्त्री गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार से मुलाकात की. इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया.
मेडिकल ऑफिसर संघ मंडी के महासचिव डॉ. विशाल जम्वाल ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री के साथ कुछ मांगों पर चर्चा की गई है. मांगों में मुख्य रूप से नई पीजी में सुपर स्पेशलाइजेशन कोर्स के लिए एनओसी देने के लिए चार साल सेवा की शर्त रखी गई है जो कि बिल्कुल भी उचित नहीं है.
हिमाचल में पहले ही सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की कमी है तो अगर एमडीएमएस करने के बाद चार साल सर्विस करनी पड़ेगी तो फिर धीरे धीरे डॉक्टर सुपर स्पेशलिस्ट कोर्सेज करने से वंचित रह जाएंगे, जो कि प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एक अच्छा संकेत नहीं होगा.
संघ ने स्वास्थ्य मंत्री को आश्वस्त किया कि सुपर स्पेशलाइजेशन खत्म करने के बाद डॉक्टर अपने बॉन्ड को यथावत पूरा करेंगे. इसके साथ यह मांग रखी गई कि नए मेडिकल कॉलेज में जूनियर रेजिडेंट की पोस्ट को सीनियर रेजिडेंट में तब्दील किया जाए,ताकि मेडिकल कॉलेज में लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें.