सुंदरनगर: मंडी जिला के कारगिल शहीद नरेश कुमार (Kargil Martyr Naresh Kumar) को अपनी शहादत के 21 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद सोमवार को 'कारगिल विजय दिवस' पर सम्मान मिलने जा रहा है. जहां कारगिल शहीद नरेश कुमार के नाम पर नेशनल हाईवे-21 चंडीगढ़-मनाली पर चौक का नामकरण तो कर दिया गया था, लेकिन शहीद के लिए सम्मान प्रतीक कोई समारक आज दिन तक नहीं बन पाई थी.
वहीं इस वीर सपूत की शहादत का सम्मान करते हुए विधानसभा क्षेत्र सुंदरनगर के विधायक एवं प्रदेश भाजपा महामंत्री राकेश जम्वाल के प्रयासों से 21 वर्ष बाद एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली (National Highway-21 Chandigarh Manali) पर सोमवार को नरेश की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा. शहीद ग्रेनेडियर नरेश कुमार की शहादत को याद करते हुए नगर परिषद सुंदरनगर ने उत्तर भारत के प्रसिद्ध मूर्तिकार विजयराज उपाध्याय से मूर्ति का निर्माण करवाया गया है.
बता दें कि कारगिल शहीद नरेश कुमार मंडी जिला के उपमंडल सुंदरनगर की ग्राम पंचायत कलौहड़ के गांव धनेश्वरी गांव के रहने वाले थे. इनका जन्म 2 मार्च 1978 को हुआ था और अपनी पढ़ाई पूरी करने के उपरांत मात्र 18 वर्ष की छोटी आयु में यह 16 अक्टूबर 1996 को सेना में भर्ती हो गए थे.
इसके साथ ही नरेश ने सेना की ग्रेनेडियर रेजिमेंट (Army Grenadier Regiment) में अपनी सेवाएं शुरू की. वहीं, नरेश कुमार को वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध में शामिल होने का अवसर प्रदान हुआ. जहां कारगिल युद्ध के दौरान नरेश कुमार ने अदम्य साहस और वीरता दिखाते हुए शहादत प्राप्त की.
ये भी पढ़ें-बटसेरी लैंडस्लाइड: CM जयराम ठाकुर ने जताया दुख, प्रशासन को दिए ये निर्देश