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बरसात के कहर का असर, आखिर क्यों सामने दिख रहे NH के लिए करनी पड़ रही 50 KM की दूरी तय, जानें वजह - Double Lane Cable Stayed Bridge

Mandi Road Damaged in Rainy Season: मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र के शारटी गांव के पास भारी बरसात से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है. जिससे 15 पंचायत के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सामने दिख रहे एनएच तक पहुंचने के लिए 50 किलोमीटर का एक्स्ट्रा सफर करना पड़ रहा है.

Mandi Road Damaged in Rainy Season
बरसात के मौसम में क्षतिग्रस्त हुई मंडी में सड़क
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 19, 2023, 9:48 AM IST

Updated : Nov 19, 2023, 11:06 AM IST

मंडी सड़क क्षतिग्रस्त होने से लोग हो रहे परेशान

मंडी: हिमाचल प्रदेश में आपदा इस बार जो जख्म देकर गई है, वो अब तक नहीं भरे हैं. प्रदेश में अभी भी ऐसे कई क्षेत्र हैं, जिनमें आपदा के बीत जाने के बाद भी हालात सामान्य नहीं हुए हैं. मंडी जिले में भी बरसात की तबाही के निशान अभी तक देखे जा सकते हैं. जिले में आपदा के कारण कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जो अभी तक बहाल नहीं हो पाई है. अपने रोजमर्रा के कामों के लिए भी इन लोगों को रोजाना कई किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ रहा है.

Mandi Road Damaged in Rainy Season
भारी बरसात से धंसी सड़क

15 पंचायतों को सड़क सुविधा नहीं: इसी कड़ी में मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र के शारटी गांव के पास भारी बारिश से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है. जिसका दंश 15 पंचायतों को झेलना पड़ रहा है. अब आलम यह है कि बिल्कुल सामने दिखाई देने वाले एनएच पर पहुंचने के लिए अब 50 किलोमीटर का सफर करना पड़ रहा है. इन 15 पंचायतों को एनएच के साथ जोड़ने के लिए डबल लेन केबल स्टेयड ब्रिज बनाया गया था. ये पुल 50 करोड़ की लागत से बनने वाला प्रदेश का पहला डबल लेन केबल स्टेयड ब्रिज था.

Mandi Road Damaged in Rainy Season
मंडी का डबल लेन केबल स्टेयड ब्रिज

इन पंचायतों का कटा NH से संपर्क: इस पुल के बन जाने से खाहरी, कून और खोलानाल जैसी दुर्गम पंचायतें आजादी के बाद पहली बार सड़क सुविधा से जुड़ी थी, लेकिन बीते महीने हुई भारी बारिश के कारण शारटी गांव के पास 50 से 60 मीटर सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. जिसके कारण अब 15 पंचायतों के लोगों को नेशनल हाइवे तक पहुंचने के लिए 50 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है. खासकर खाहरी और कून पंचायतों का सड़क से संपर्क फिर से कट गया है.

Mandi Road Damaged in Rainy Season
सड़क धंसने से 15 पंचायतें प्रभावित

ग्रामीणों ने की सड़क बनाने की मांग: स्थानीय निवासी बूंदी देवी, खेम सिंह, जय सिंह और भूप सिंह ने बताया कि उन्हें पैदल सफर तय करना पड़ रहा है. सामान बगैरा ले जाने के लिए घोड़े और खच्चरों का सहारा लेना पड़ रहा है. बीमारी की स्थिति में मरीजों को अस्पताल तक पहुंचा पाना बहुत ही मुश्किल हो रहा है. स्थानीय ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार से मांग उठाई है कि इस क्षतिग्रस्त सड़क का जल्द से जल्द निर्माण किया जाए, ताकि इन लोगों को रोजाना परेशानियों का सामना न करना पडे़.

Mandi Road Damaged in Rainy Season
क्षतिग्रस्त सड़क के कारण घोड़े-खच्चरों से ढो रहे सामान

4 करोड़ की DPR भेजी: वहीं, जब इस बारे में लोक निर्माण विभाग थलौट डिविजन के अधिशाषी अभियंता ई. विनोद शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हणोगी पुल से लेकर सलेई गांव तक सड़क पुर्ननिर्माण के लिए 4 करोड़ की डीपीआर बनाकर सरकार को भेजी गई है. जैसे ही धन की स्वीकृति मिलेगी तो सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: Mandi Pipeline Theft: चोरों ने आधी रात को जमीन खोदकर चुराई पेयजल पाइपें, बूंद-बूंद को तरसते रहे लोग

मंडी सड़क क्षतिग्रस्त होने से लोग हो रहे परेशान

मंडी: हिमाचल प्रदेश में आपदा इस बार जो जख्म देकर गई है, वो अब तक नहीं भरे हैं. प्रदेश में अभी भी ऐसे कई क्षेत्र हैं, जिनमें आपदा के बीत जाने के बाद भी हालात सामान्य नहीं हुए हैं. मंडी जिले में भी बरसात की तबाही के निशान अभी तक देखे जा सकते हैं. जिले में आपदा के कारण कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जो अभी तक बहाल नहीं हो पाई है. अपने रोजमर्रा के कामों के लिए भी इन लोगों को रोजाना कई किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ रहा है.

Mandi Road Damaged in Rainy Season
भारी बरसात से धंसी सड़क

15 पंचायतों को सड़क सुविधा नहीं: इसी कड़ी में मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र के शारटी गांव के पास भारी बारिश से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है. जिसका दंश 15 पंचायतों को झेलना पड़ रहा है. अब आलम यह है कि बिल्कुल सामने दिखाई देने वाले एनएच पर पहुंचने के लिए अब 50 किलोमीटर का सफर करना पड़ रहा है. इन 15 पंचायतों को एनएच के साथ जोड़ने के लिए डबल लेन केबल स्टेयड ब्रिज बनाया गया था. ये पुल 50 करोड़ की लागत से बनने वाला प्रदेश का पहला डबल लेन केबल स्टेयड ब्रिज था.

Mandi Road Damaged in Rainy Season
मंडी का डबल लेन केबल स्टेयड ब्रिज

इन पंचायतों का कटा NH से संपर्क: इस पुल के बन जाने से खाहरी, कून और खोलानाल जैसी दुर्गम पंचायतें आजादी के बाद पहली बार सड़क सुविधा से जुड़ी थी, लेकिन बीते महीने हुई भारी बारिश के कारण शारटी गांव के पास 50 से 60 मीटर सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. जिसके कारण अब 15 पंचायतों के लोगों को नेशनल हाइवे तक पहुंचने के लिए 50 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है. खासकर खाहरी और कून पंचायतों का सड़क से संपर्क फिर से कट गया है.

Mandi Road Damaged in Rainy Season
सड़क धंसने से 15 पंचायतें प्रभावित

ग्रामीणों ने की सड़क बनाने की मांग: स्थानीय निवासी बूंदी देवी, खेम सिंह, जय सिंह और भूप सिंह ने बताया कि उन्हें पैदल सफर तय करना पड़ रहा है. सामान बगैरा ले जाने के लिए घोड़े और खच्चरों का सहारा लेना पड़ रहा है. बीमारी की स्थिति में मरीजों को अस्पताल तक पहुंचा पाना बहुत ही मुश्किल हो रहा है. स्थानीय ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार से मांग उठाई है कि इस क्षतिग्रस्त सड़क का जल्द से जल्द निर्माण किया जाए, ताकि इन लोगों को रोजाना परेशानियों का सामना न करना पडे़.

Mandi Road Damaged in Rainy Season
क्षतिग्रस्त सड़क के कारण घोड़े-खच्चरों से ढो रहे सामान

4 करोड़ की DPR भेजी: वहीं, जब इस बारे में लोक निर्माण विभाग थलौट डिविजन के अधिशाषी अभियंता ई. विनोद शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हणोगी पुल से लेकर सलेई गांव तक सड़क पुर्ननिर्माण के लिए 4 करोड़ की डीपीआर बनाकर सरकार को भेजी गई है. जैसे ही धन की स्वीकृति मिलेगी तो सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: Mandi Pipeline Theft: चोरों ने आधी रात को जमीन खोदकर चुराई पेयजल पाइपें, बूंद-बूंद को तरसते रहे लोग

Last Updated : Nov 19, 2023, 11:06 AM IST
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