मंडी: हिमाचल प्रदेश में आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लोगों में समाज से अलगाव पैदा हो रहा है और लोग आत्महत्या जैसे खौफनाक कदम उठाने से एक बार भी पीछे नहीं हट रहे हैं. प्रदेश में आत्महत्या के बढ़ते मामले गंभीर समस्या का रूप धारण कर रहे हैं. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि आत्महत्या की प्रवृत्ति रखने वाले लोगों की पहचान कर उनकी सही समय पर सही काउंसलिंग की जाए और प्रदेश में आत्महत्या के मामलों में कमी लाई जाए. इसी दिशा में मंडी पुलिस ने अनूठी पहल करते हुए सराहनीय कदम उठाया है. मंडी पुलिस ने आत्महत्या की रोकथाम के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है.
आत्महत्या रोकथाम के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी: मंडी पुलिस ने आत्महत्या की रोकथाम के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. अगर आपको ऐसा महसूस होता है कि आपके आसपास कोई भी व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान है और वो आगे चलकर आत्महत्या जैसा कदम उठा सकता है, तो आप उस व्यक्ति की छोटी सी मदद करके उन्हें ऐसा कदम उठाने से रोक सकते हैं. इसके लिए आपको मंडी पुलिस को इस बारे में सूचित करना होगा. ऐसे लोगों की जानकारी देने के लिए मंडी पुलिस ने 155326 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. मंडी पुलिस इस तरह का हेल्पलाइन नंबर जारी करने वाली हिमाचल प्रदेश की पहली जिला पुलिस बन गई है.
सोशल मीडिया बन रहा आत्महत्या की वजह: एसपी मंडी सौम्या सांबशिवन ने इस हेल्पलाइन नंबर को जारी करते हुए इस सेवा को शुरू किया है. उन्होंने बताया कि बहुत से लोग कई कारणों के चलते परेशान होकर आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठा लेते हैं और अपनी जीवनलीला को खत्म कर लेते हैं. आत्महत्या के इन मामलों में सबसे अधिक 18 से 30 वर्ष के युवा शामिल हैं. एसपी मंडी ने बताया कि सर्च में पाया गया है कि महिलाओं के मुकाबले पुरुष ज्यादा आत्महत्या कर रहे हैं. जिसका एक प्रमुख कारण रिलेशनशिप है. आधुनिकता के इस दौर में लोग इंटरनेट व सोशल सोशल मीडिया का प्रयोग कर रहे हैं, जिस कारण आत्महत्या की घटनाओं में इजाफा हो रहा है. वहीं, समाज में अन्य दूसरे कारण भी हैं जो आत्महत्या जैसा कदम उठाने के लिए लोगों को मजबूर कर देते हैं.
मंडी जिले में आत्महत्या के मामले: एसपी मंडी ने बताया कि पिछले 3 सालों में मंडी जिला में 300 से ज्यादा लोग आत्महत्या कर चुके हैं. वर्ष 2021 में 113, वर्ष 2022 में 112 व वर्ष 2023 में अभी तक 90 लोग आत्महत्या कर चुके हैं. आसपास के लोगों को ऐसे लोगों की मनोदशा की जानकारी होती है, लेकिन वे उन्हें रोक नहीं पाते, क्योंकि इसके लिए कोई प्रॉपर मैकेनिज्म नहीं है. इसलिए अब मंडी पुलिस द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, ताकि लोग खुलकर इसकी जानकारी दे और किसी की जान को बचाया जा सके.
आत्महत्या की प्रवृत्ति वाले लोगों की होगी काउंसलिंग: एसपी मंडी सौम्या सांबशिवन ने बताया कि इस बारे में जानकारी मिलने के बाद, आत्महत्या की प्रवृत्ति रखने वाले व्यक्ति के पास संबंधित थाने की पुलिस टीम जाएगी और उसकी प्रॉपर काउंसलिंग करेगी. साथ ही पुलिस उसे मोटिवेट करने का प्रयास करेगी. ऐसे लोगों की काउंसलिंग के लिए जोनल अस्पताल मंडी के मनोचिकित्सकों की की भी मदद ली जाएगी. इन मामलों की सही जानकारी देने वाले को पुलिस द्वारा किसी भी तरह से परेशान नहीं किया जाएगा. उन्होंने बताया कि मंडी पुलिस का प्रयास है कि जिले में आत्महत्या की घटनाओं को रोका जा सके और यह कार्य तभी संभव है, जब लोग इसमें अपनी पूरी सहभागिता निभाएंगे.
ये भी पढ़ें: अपराध नहीं बीमारी है आत्महत्या