मंडी: हिमाचल प्रदेश बीते कुछ समय से क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामलों के खिलाफ हिमाचल पुलिस ने भी कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. ताजा मामले में मंडी जिले में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी करने के मामले में जिले के तीन लोगों का नाम सामने आया. जिस पर मंडी पुलिस ने जांच तेज कर दी है.
18 लोगों के घरों में दी दबिश: शनिवार को क्रिप्टो करेंसी ठगी मामले में एसआईटी प्रमुख के निर्देश पर मंडी पुलिस ने एक साथ 18 स्थानों पर दबिश दी है. जिसमें इस मामले में संलिप्त संदिग्धों के घरों में जांच पड़ताल की गई है. साथ ही इस मामले से जुड़े मुख्य आरोपियों के अलावा एजेंट की भूमिका निभा रहे संभावित लोगों के घरों को भी मंडी पुलिस ने खंगाला है. सुबह छह बजे से लेकर शाम तक मंडी पुलिस का यह अभियान जारी रहा. इस दौरान कई लैपटॉप, मोबाइल, कंप्यूटर, टैब व चल अचल संपत्ति से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए. जिन्हें एसआईटी को सौंपा जाएगा.
इन जगहों पर पुलिस की दबिश: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार धनोटू पुलिस थाना के तहत चार, सुंदरनगर पुलिस थाना के तहत पांच, बल्ह थाना के तहत तीन, सरकाघाट थाना के तहत एक, धर्मपुर के तहत दो और मंडी शहर में दो समेत कुल 18 जगह दबिश दी. यहां गोपनीय तरीके से कार्रवाई अमल पर लाई गई. क्रिप्टो करेंसी ठगी की धनराशि की ट्रेल पता लगाने के लिए यह कार्रवाई की गई है. ठगी के पैसों कहां है, इसका पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
आरोपियों के दस्तावेज जब्त: मिली जानकारी के मुताबिक दबिश के दौरान इस मामले से जुड़े आरोपियों के कुछ साथी पुलिस को घर में ही मिले. जबकि कुछ जगह में साथी मौजूद नहीं पाए गए, इन घरों में आरोपियों के माता-पिता ही थे. जांच में सामने आया कि यह लोग कुछ सालों से अपने घर में नहीं रह रहे हैं. इसके अलावा पुलिस ने धर्मपुर के कौंसल गांव में मुख्य आरोपी सुखदेव के घर दबिश दी. यहां टीम ने परिजनों से पूछताछ की. सुखदेव की पत्नी का मोबाइल पुलिस ने जब्त कर लिया है. जांच में पुलिस ने आरोपी सुखदेव को लेकर कई सबूत जुटाए.
15 लोगों ने निभाई एजेंट की भूमिका: मंडी में अलग-अलग जगहों में दबिश के दौरान पुलिस ने आरोपियों की चल-अचल संपत्ति को लेकर दस्तावेज जांचे और इन्हें कब्जे में लिया. मुख्य आरोपी सुभाष, सुखदेव व हेमराज के अलावा अन्य 15 लोग इनसे जुड़े ही बताए जा रहे हैं. जोकि इस पूरे खेल में एजेंट की भूमिका के रूप में बताए जा रहे हैं. इनके मोबाइल, लैपटॉप समेत अन्य चीजों से अब एसआईटी को कई तथ्य इस ठगी से जुड़े मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
ठगी के रुपये की ट्रेल पता लगाने की कोशिश: बता दें कि क्रिप्टो करेंसी के नाम पर शातिर हजारों लोग को करोड़ों रुपये का चूना लगा चुके हैं. अब ठगी के शिकार लोग धनराशि वापस मिलने की उम्मीद में मंडी साइबर थाना में शिकायत दर्ज करवा रहे हैं. इस बारे में एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि एसआईटी के निर्देश पर कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि इससे अधिक इस मामले की जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं की जा सकती हैं.मामले की गहनता से जांच हो रही है, जल्द ही सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे लाया जाएगा.