मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी में 19 से 25 फरवरी तक अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मनाया जाएगा. जिसको लेकर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग तैयारियों में जुट गए हैं. जिला पुलिस के कंधों पर इस बार एक बड़ी चुनौती है. जिले में करीब 12 वर्षों के बाद महोत्सव में शाम को सांस्कृतिक संध्या और दिन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाया जा रहा है. जो शहर के बीचोंबीच स्थित ऐतिहासिक सेरी मंच पर होगा.
ऐसे में पुलिस विभाग ने भी कमर कसते हुए बनाए गए ट्रैफिक प्लान के ट्रायल शहर में शुरू कर दिए हैं. जिससे इसमें रहने वाली कुछ कमियों को पूरा करने का प्रयास जारी है. वीरवार को खुद मोर्चा संभालते हुए मंडी जिले के अतिरिक्त पुलिस अघीक्षक सागर चंद्र ने शिवरात्रि महोत्सव के दौरान शहर में बनाए गए ट्रैफिक योजना का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने बताया कि मंडी शहर के आईटीआई चौक से लेकर वल्लभ कॉलेज के गेट तक तीन जलेबों के दौरान और इसके बाद भी नो व्हीकल जोन बनाया जाएगा.
जिससे इस सड़का पर किसी प्रकार के वाहनों की आवाजाही नहीं होगी और यहां से मेले में आने जाने वाले पैदल राहगीरों को सुविधा होगी. इसके साथ ही शहर के सेरी मंच में भी ट्रायल किया गया. इस दौरान दो से तीन घंटे के लिए सेरी मंच पर किसी भी प्रकार के वाहनों की आवाजाही को बंद किया गया. एएसपी मंडी सागर चंद ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में किसी भी वाहन चालक और मेले में आने वाले देवी-देवताओं के साथ उनके देवलुओं को सड़क पर सही सुविधा और सुरक्षा प्रदान की जाएगी.
कई देवी-देवता को आग्रह पर पुलिस सुरक्षा प्रदान- उन्होंने उम्मीद जताई कि आम जनता के सहयोग से मेले में यातायात की बेहतर व्यवस्था बनाई जाएगी. जिसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल और अन्य बलों को तैनात कर दिया गया है. सेक्टरों के हिसाब से सभी के ड्यूटी के क्षेत्र भी बांट दिए गए हैं. वहीं, आग्रह पर कुछ देवी-देवताओं को पुलिस सुरक्षा भी पूरे समारोह के दौरान दी गई है.
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