मंडी: मंडी जिले में बल्ह घाटी के लालमन का शव 13 दिन बीत जाने के बाद भी सऊदी अरब से भारत नहीं लाया जा सका है. इस बीच लालमन के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार विदेश से शव घर पहुंचने के इंतजार में हैं, लेकिन लगता है परिवार को अभी शव के लिए और लंबा इंतजार करना पड़ेगा. लालमन की मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है.
10 सितंबर को हुई थी मौत: बता दें कि बल्ह उपमंडल के जड़ोली गांव निवासी 49 वर्षीय लालमन की सऊदी अरब में बीते 10 सितंबर को मौत हो गई थी. लालमन वहां पिछले 6 सालों से एक कंपनी में बतौर मैकेनिक कार्यरत था, लेकिन परिवार वालों को लालमन की मौत की सूचना कंपनी प्रबंधन द्वारा नहीं दी गई. बल्कि लालमन के एक साथी ने इन्हें फोन पर बताया कि हार्ट अटैक के कारण 10 सितंबर को लालमन की मौत हो चुकी है.
सरकार से लगाई मदद की गुहार: मृतक के परिजनों में इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर की है कि कंपनी प्रबंधन मौत की खबर छुपाने के साथ ही उनके शव को भी घर नहीं भेज रहा है. लालमन के बेटे मुकेश ने बताया कि उसे उसके पिता की मौत की खबर उनके साथी ने दी. जिसके बाद उन्होंने डीसी मंडी को भी शव भारत लाने के लिए ज्ञापन सौंपा था. मुकेश ने जिला प्रशासन, प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से गुहार लगाई है कि उसके पिती के शव को जल्द से जल्द भारत वापिस लाया जाए. लालमन के परिवार में दो बेटे, पत्नी व बूढ़ी मां है.
परिवार का रो-रो कर बुरा हाल: लालमन के निधन की खबर से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. अभी तक शव के भारत न पहुंचने से परिजन और ज्यादा परेशान हैं. जहां मां की आंखें अपने बेटे के अंतिम दर्शनों के लिए तरस रही हैं. वहीं, पत्नी और बच्चे भी अपने इकलौते सहारे के जाने के बाद बेहाल हैं. इस परिवार को अब बस सरकार से ही मदद की उम्मीद है. इनका कहना है कि सरकार लालमन के शव को भारत लाने में उनकी सहायता करे.