मंडी: किरतपुर-मनाली फोरलेन के तहत मंडी से पंडोह तक बनने वाले पैच को अब टनलों के माध्य्म से गुजारा जाएगा. एनएचएआई ने इसके लिए कार्य योजना बनाना शुरू कर दी है. साथ कंसल्टिंग एजेंसी को इसकी संभावनाएं तलाशने के साथ ही डीपीआर बनाने के आदेश दे दिए हैं. एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरूण चारी ने इसकी पुष्टि की है. यहां पर फोरलेन निर्माण का कार्य कर रही केएमसी कंपनी को भी रोड कटिंग का कोई भी नया काम शुरू न करने को कहा गया है. 4 मील से लेकर 7 मील तक बहुत बड़े हिस्से में अभी कटिंग का कार्य करने को है. इसके स्थान पर अब दो किलोमीटर लंबी टनल की प्रपोजल बनाई जा रही है.
बता दें कि बरसात के दिनों में 4 मील से लेकर 7 मील तक का पैच ही प्रशासन के लिए सिरदर्द बना रहा. 6 मील के पास सबसे ज्यादा भूस्खलन के कारण हाईवे बंद रहा और इसे बहाल करना प्रशासन के लिए बार-बार चुनौती भरा रहा. यह भी माना गया कि हाईवे के बार-बार बंद होने के कारण फोरलेन निर्माण के लिए की गई कटिंग ही है. इसलिए एनएचएआई अब इसके स्थान पर टनल निर्माण की तरफ आगे बढ़ रही है.
कीतरपुर-मनाली फोरलेन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरूण चारी ने कहा मंडी से 4 मील और उसके बाद 7 मील से लेकर नवोदय स्कूल पंडोह तक फोरलेन की स्थिति ठीक है. यहां पर अधिकतर फोरलेन बनकर तैयार भी हो चुका है, लेकिन 4 मील से लेकर 7 मील के बीच अभी कटिंग का कार्य होना बाकी है. इस कार्य के स्थान पर टनल की संभावना को तलाशा जा रहा है. सिर्फ 2 किमी की एक टनल का प्रपोजल बनाया जा रहा है. उसकी डीपीआर बनाने के लिए कहा गया है. मौजूदा हाईवे को भी आवागमन के लिए बहाल रखा जाएगा. यदि डीपीआर को मंजूरी मिलती है तो उसके बाद ही इस दिशा में आगे कार्य बढ़ पाएगा.
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