मंडी: प्रदेश में बन रहे किरतपुर से मनाली फोरलेन (Kiratpur Manali Fourlane) के कार्य के चलते मंडी के तीन मंदिरों व भवनों को खतरा बन गया है, जिसके लिए प्रशासन व विभाग इनका दौरा कर स्थिति का जायजा लें और इन मंदिरों को बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं. यह मांग मंडी जिला सर्व देवता समिति ने उठाई (Sarv Devta Samiti Mandi) है. मंडी शहर के संस्कृति सदन में देव समिति की कार्यकारिणी की एक बैठक में चर्चा के बाद ये मांग उठाई गई है. जिसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने की.
बैठक उपरांत उन्होंने बताया कि थलौट में फोरलेन की कटिंग और निर्माण के कार्य के चलते वहां पर स्थित तीन देवता मंदिर व भंडार जैसे श्री थलोटी मार्कण्डेय, श्री देव डांभरू, श्री देवी काली कुगसी मंदिरों पर खतरा बना हुआ है और इन मंदिरों की जमीन धंस रही है. मंदिरों में दरारें भी आ गई है. इसलिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि देवता संस्कृति की धरोहर का ध्यान रखते हुए जल्द ही उचित कार्रवाई की जाए.
देवता समिति ने मांग उठाई है कि इन देवी देवताओं को अलग-अलग जगह दी जाए या फिर मंदिरों को गिरने से बचाया जाए, ताकि समय रहते देवताओं की व्यवस्था ठीक की जा सके. इसके साथ ही पड्डल में बन रहे कॉलेज के प्रशासनिक भवन के मटेरियल से देवताओं के बैठने की जगह प्रभावित हुई है, उसे भी मेले से पहले दुरूस्त करने की मांग समिति से जिला प्रशासन मंडी से की है. शिवपाल शर्मा ने बताया कि देव स्थानों के साथ छेड़छाड़ न की जाए. वहीं, जिले के मंदिरों में पर्यटकों व अन्य के द्वारा नशा करने या फिर हुड़दंग मचाने वालों के खिलाफ भी समिति ने कार्रवाई करने या फिर ऐसे कुछ स्थानों पर पुलिस गश्त की मांग उठाई है.
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