सरकाघाट/मंडीः पूर्व सैनिकों का 18 माह का महंगाई भत्ता रोके जाने को लेकर पूर्व सैनिक संगठन ऑनरेरी कमीशन अफसर कल्याण एसोसिएशन ने कड़ा ऐतराज जताया है. उनका कहना है कि जवानों का 18 महीनों का महंगाई भत्ता रोकना सरासर गलत.
उनका कहना है कि भारत सरकार जिन जवानों के शौर्य को लेकर गलवान घाटी पर चीन को कड़ा जवाब देने में सफल रही है, जो जवान माइनस 30 डिग्री तापमान में देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं, उनका 18 माह का महंगाई भत्ता ही रोका जा रहा है. जवानों की देश के लिए सच्ची भक्ति का ये सिला देना न्याय संगत नहीं है. इस बात का पूर्व सैनिक संगठन ऑनरेरी कमीशन अफसर कल्याण एसोसिएशन ने कड़ा ऐतराज जताया है.
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष ने कहा
इस संगठन के प्रदेशाध्यक्ष कैप्टन जगदीश वर्मा ने कहा कि इन्हीं सेनाओं से सेवानिवृत्त हुए पूर्व सैनिकों ने भी कार्यरत जवानों की भांती ही देश के लिए कुर्बानियां दी हैं. यह पूर्व सैनिक पेंशन पर ही निर्भर होते हैं, लेकिन इनका भी महंगाई भत्ता रोका गया है. यह एक बहुत ही गलत निर्णय है.
संयुक्त बयान में कहा
पूर्व सैनिकों में कैप्टन नानक चंद, कैप्टन जसवंत सिंह, कैप्टन कर्मचंद, लेफ्टिनेंट जगन्नाथ, फ्लाइंग अफसर बंशी लाल आदि ने संयुक्त बयान में कहा कि दिल्ली में सरकारी सुविधाओं से लैस बंगलों में रहने वाले मंत्रियों को सैनिकों की दशा का अंदाजा नहीं है.
इसलिए वह इस तरह के गलत निर्णय ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह देश के राष्ट्रपति को पत्र लिखकर उनसे आग्रह करेंगे कि सेनाओं के कार्यरत और पूर्व जवानों को 18 माह का भत्ता नहीं देने का निर्णय लागू न किया जाए, ताकि सैनिक परिवारों को राहत मिल सके.
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