मंडी: सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, बागवानी व सैनिक कल्याण मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को सराज विधानसभा क्षेत्र के अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग विश्राम गृह बगस्याड़ में बैठक कर मंडी जिला में कार्यान्वित पेयजल एवं सिंचाई योजनाओं के कार्य की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे गर्मियों के दिनों में जिला के हर आदमी को पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें और वे लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए हमेशा तत्पर व जवाबदेह रहें.
महेंद्र सिंह ने कहा कि मंडी जिला में जितनी भी पेयजल व सिंचाई योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है, उनको शीघ्र अति शीघ्र पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि विभाग की इन योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके. उन्होंने कहा कि सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य वृत सुंदरनगर के अंतर्गत 7 मंडल कार्यरत्त हैं, जिसमें लगभग 437 करोड़ रूपये की लागत से 182 पेयजल व सिंचाई योजनाएं प्रगति पर हैं.
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इसके अतिरिक्त ब्रिक्स के तहत भी 210 करोड़ रूपये की लागत से 5 योजनाओं की डीपीआर बनाई गई है. इसके साथ ही शहरी पेयजल योजना के तहत 3 योजनाएं 110 करोड़ रूपये की लागत से मंडी, रिवालसर व नेरचौक में चलाई जा रही हैं. रिवालसर में सीवरेज योजना का कार्य प्रगति पर है, जबकि मंडी, सुंदरनगर तथा जोगिंद्रनगर में नए कनेक्शन देने का कार्य यु्द्ध स्तर पर किया जा रहा है.
इसके साथ ही नाबार्ड के तहत जिला में 97 करोड़ रूपये की लागत से 30 पेयजल व सिंचाई योजनाएं कार्यान्वित है. राष्टीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अंतर्गत 69 करोड़ रूपये की लागत से 78 योजनाएं चलाई जा रही है, जबकि अनुसूचित जाति उप योजना के तहत 26 करोड़ रूपये की लागत की 24 योजनाएं तथा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत 26 करोड़ रूपये की लागत से 7 योजनाएं क्रियान्वित हैं. सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने इस मौके पर स्थानीय लोगों की समस्याओं को भी सुना तथा तुरंत निपटारे के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए.
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