मंडीः हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंडी में अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव 2021 हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि कार्यक्रम और मेलों के दौरान सरकार ने कोविड-19 के तहत जारी की गई सभी गाइडलाइंस का पालन भी सुनिश्चित किया है. इस बार सुकेत रियासत के देवी-देवता शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत नहीं करेंगे.
पिछले वर्ष भी महोत्सव में शामिल नही हुए थे सुकेत रियासत के देवी-देवता
गौरतलब है कि सुकेत रियासत के देवी-देवताओं ने पिछले वर्ष भी शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत नहीं की थी. हालांकि देवता समिति के पास आवेदन तो आए हैं लेकिन संस्कृति सदन का निर्माण न होने से देवी-देवताओं को ठहराने की समस्या सामने आ रही है. शिवरात्रि की शोभा बढ़ाने के लिए सुकेत के देवी-देवताओं को अब अगले साल का इंतजार करना पड़ेगा.
सर्व देवता समिति के प्रधान ने दी जानकारी
सर्व देवता समिति के प्रधान शिव पाल शर्मा का कहना है कि सुकेत रियासत के देवी-देवताओं के प्रतिनिधियों की ओर से देवी-देवताओं को शिवरात्रि में शामिल करने के लिए आवेदन आ रहे हैं. उन्होने कहा कि देव संस्कृति सदन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद के सुकेत के देवी देवताओं को बुलाया जाएगा.
216 पंजीकृत देवी-देवताओं को निमंत्रण
प्रशासन ने इस वर्ष 216 पंजीकृत देवी-देवताओं को ही शिवरात्रि में शिरकत करने के लिए निमंत्रण भेजा है. पिछले कईं वर्षों से करीब 190 देवी-देवता ही पहुंच रहे हैं. हर वर्ष शिवरात्रि में आने वाले देवी-देवताओं का आंकड़ा 200 से कम ही रहता है.
वहीं, देवताओं के साथ आने वाले देवलुओं के खाने-पीने और ठहराव की व्यवस्था का जिम्मा भी प्रशासन का नहीं होगा. इसके साथ ही बिना निमंत्रण भाग लेने वाले देवी-देवताओं को किसी प्रकार का नजराना या अन्य उपहार प्रशासन की ओर से नहीं दिया जाएगा.
11 मार्च से शुरू होगा शिवरात्रि महोत्सव
बता दें कि मंडी शिवरात्रि महोत्सव 11 मार्च से शुरू होगा. जो सात दिनों तक चलेगा. जिले में सर्व देवता समिति के पास 216 देवी-देवता पंजीकृत हैं. शिवरात्रि महोत्सव में 190 से 195 पंजीकृत देवता आते हैं. कुछ देवी-देवता बिना निमंत्रण के आते हैं, जो कि शिवरात्रि महोत्सव की शोभा को बढ़ाते हैं.
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