मंडी: अंतरराज्यीय बस अड्डा मंडी में हिमाचल पथ परिवहन निगम ने दुकानदारों को 40 दुकानें अलॉट की है. दुकानदारों की ओर से पिछले 4 महीनों से एचआरटीसी को किराया नहीं दिया जा रहा है. एचआरटीसी ने दुकानदारों को किराया ना भरने की सूरत में दुकानें खाली करने के आदेश दे दिए हैं.
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन से पूरा देश इस समय आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है. वहीं, इसका सीधा असर लोगों के व्यवसाय पर भी पड़ा है. बस अड्डा में 3 महीने तक दुकानें बंद रही. वहीं, बस अड्डे पर कुछ दुकानदारों ने दुकानें खोली हैं, लेकिन दुकानों पर ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं.
दुकानदारों का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से उनका व्यवसाय मंदी के दौर से गुजर रहा है. दुकानदारों ने एचआरटीसी से 3 महीनों का किराया माफ करने की गुहार लगाई है. इसके लिए दुकानदारों ने एचआरटीसी को लिखित रूप में पत्र लिखकर किराया माफ करने की गुहार लगाई है.
एचआरटीसी मंडी डिपो आरएम गोपाल शर्मा ने बताया कि दुकानदारों पर नियमों के अनुसार कार्रवाई की गई है और नियमों के अनुसार ही दुकानदारों को नोटिस भेजे गए हैं. उन्होंने बताया कि दुकानदारों ने लॉकडाउन के दौरान 3 महीने बंद रखी और अब दुकानों का किराया माफ करने को लेकर, उन्हें पत्र सौंपा है.
गोपाल शर्मा ने बताया कि हेड ऑफिस शिमला को इस बारे में सूचित किया गया है कि दुकानदारों के किराए में राहत दी जाए. आपको बता दें कि अंतरराज्यीय मंडी बस अड्डे में नीलामी के माध्यम से एचआरटीसी ने 40 दुकानें किराए पर दे रखी है, जिनका दुकानदार प्रतिमाह हजारों रुपये किराया अदा करते हैं.
कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पिछले 3 महीने से दुकानें बंद रही और अब दुकानदार किराया देने में असमर्थ हो गए हैं. वहीं, एचआरटीसी की मानें तो दुकानदारों पर एग्रीमेंट के तहत ही कार्रवाई की गई है. एचआरटीसी ने दुकानदारों की किराया माफी को लेकर हेड ऑफिस शिमला में लिखित रूप में पत्र भेजा है.
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