मंडी: बिहार के भागलपुर में 1700 करोड़ की लागत से बन रहे पुल का एक हिस्सा रविवार शाम अचानक ही ढह गया. पुल के गिरने का वीडियो तुरंत सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. वहीं, ऐसा ही कुछ हिमाचल में भी देखने को मिला जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
ग्राम पंचायत बस्सी का है मामला: मनरेगा के तहत बन रहे पुल का लेंटर डाला जा रहा था. लेंटर के लिए डाले जा रहे मलबे को ही पुल संभाल नहीं पाया और धड़ाम से नीचे जा गिरा. इस पूरी घटना का 4 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है जिसमें सरकारी निर्माण को लेकर लोग जमकर तंज कस रहे हैं. जांच करने पर पता चला कि यह मामला गोहर उपमंडल के तहत आने वाली ग्राम पंचायत बस्सी का है. इसकी पुष्टि बीडीओ गोहर गोपी चंद पाठक ने कर दी है. उन्होंने बताया कि टीम गठित करके मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं.
5 लाख रुपये की लागत से निर्माण: पांच लाख की लागत से बन रहा यह पुल लेंटर डालते ही धराशाही हो गया. पुल का लेंटर टूटने से मजदूरों में अफरा तफरी मच गई और मजदूरों ने भाग कर अपनी जान बचाई. पंचायत प्रधान बस्सी सपना से जब घटना के बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि पुल का कार्य निर्माणाधीन था, लेकिन इसके लिए पंचायत की ओर से कोई मस्ट्रोल ही जारी नहीं हुआ है.
उपप्रधान का ब्यान: बस्सी पंचायत के उप प्रधान गुरदेव ने खबर छपने के बाद अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि पंचायत का मनरेगा बजट पुल निर्माण में खत्म हो गया था. पेंडिंग कार्य गांव के लोगों की सहयोग राशि से पूरा किया जा रहा है. रविवार रात को शरारती तत्वों ने लेंटर की बलियां खिसकाई जिससे यह हादसा हुआ है. निर्माण कार्य पूरी पारदर्शिता से किया जा रहा है.
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