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Mandi Disaster: आपदा का शिकार हुआ घ्राण स्कूल, किराए के कमरों में चल रही क्लास, बच्चों ने सरकार से लगाई नया भवन बनाने की गुहार - मंडी बाढ़

मंडी जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल घ्राण का भवन भारी बारिश और बाढ़ की भेंट चढ़ गया है. अब स्कूली बच्चे किराए के कमरों में पढ़ने को मजबूर हैं. बच्चों का कहना है कि यहां पर उन्हें सारी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, जिससे पढ़ाई प्रभावित हो रही है. अध्यापकों और बच्चों ने सरकार से स्कूल भवन बनाने की मांग की है. (Mandi Disaster) (Gharan School Damaged in Mandi)

Mandi Disaster
मंडी आपदा में घ्राण स्कूल बर्बाद
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 16, 2023, 1:32 PM IST

Updated : Sep 16, 2023, 2:35 PM IST

मंडी में आपदा की मार झेला रहा घ्राण स्कूल

मंडी: हिमाचल प्रदेश में आई आपदा के कारण जन जीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. जहां एक ओर हजारों लोगों के घर बर्बाद हो गए हैं. हजारों करोड़ों की संपत्ती नष्ट हो गई है. वहीं, दूसरी ओर प्रदेश में सैंकड़ों शिक्षा के मंदिर भी इस आपदा की भेंट चढ़ गए. आपदा के इस दंश को आम लोगों के साथ-साथ स्कूली बच्चे भी झेल रहे हैं. बहुत से ऐसे स्कूल हैं जो आपदा में क्षतिग्रस्त हो गए और अब इन स्कूलों का संचालन निजी भवनों में किया जा रहा है. ऐसा ही एक स्कूल मंडी जिला मुख्यालय से 10 किमी की दूरी पर घ्राण गांव में स्थित है.

बाढ़ से स्कूल बिल्डिंग को नुकसान: जानकारी के अनुसार सीनियर सेकेंडरी स्कूल घ्राण की इमारत 9 और 10 जुलाई को आई बाढ़ के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रसत हो गई थी. जिससे स्कूल भारी नुकसान हुआ, लेकिन सबसे बड़ी चिंता की बात ये थी की छात्रों को अब कहां और कैसे पढ़ाया जाए, क्योंकि आपदा के इस कहर में बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही थी. स्कूल प्रबंधन ने घ्राण के साथ लगते सुम्मा गांव में लोगों के घरों में 8 कमरे, एक हॉल, चार शौचालय और दो खेत किराए पर लिए हैं. जिनमें स्कूल का संचालन किया जा रहा है.

Mandi Disaster
किराए के कमरों में चल रही क्लास

स्कूल के लिए और कमरों की जरूरत: स्कूल प्रिंसिपल रीनू शर्मा ने बताया कि स्कूल को बाढ़ के कारण भारी नुकसान पहुंचा है. हालांकि किराए पर कमरे लेकर बच्चों की पढ़ाई करवाई जा रही है, लेकिन जो सुविधाएं स्कूल में बच्चों को मिलती थी. वो सुविधाएं यहां नहीं मिल पा रही हैं. प्रिंसिपल रीनू शर्मा ने कहा कि स्कूल के सही संचालन के लिए कुछ और कमरों की जरूरत है. यदि और कमरे मिल जाएं तो बेहतरीन ढंग से स्कूल का संचालन हो सकता है.

Mandi Disaster
सीनियर सेकेंडरी स्कूल घ्राण का क्षतिग्रस्त भवन

बुजुर्ग ने स्कूल को दान की जमीन: वहीं, स्कूल संचालन के लिए सुम्मा गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग परमदेव ने अपनी डेढ़ बीघा नीजि भूमि को स्कूल भवन बनाने के लिए दान में दे दिया है. स्कूल प्रबंधन जब नया भवन बनाने के लिए जमीन तलाशने लगे तो उन्हें कहीं पर भी जमीन नहीं मिली. ऐसे में परमदेव से गांव वालों ने संपर्क किया तो उन्होंने तुरंत इसके लिए हामी भर दी और अपनी डेढ़ बीघा जमीन दान देने के लिए राजी हो गए, लेकिन परमदेव की यह जमीन अभी तक स्कूल के नाम नहीं हो पाई है. स्कूल प्रबंधन समिति ने सरकार से मांग उठाई है कि जल्द से जल्द जमीन को स्कूल के नाम पर करके भवन बनाने का काम शुरू किया जाए.

Mandi Disaster
सीनियर सेकेंडरी स्कूल घ्राण मलबे में तब्दील

नया स्कूल भवन बनाने की मांग: बता दें कि सीनियर सेकेंडरी स्कूल घ्राण में 6ठीं क्लास से लेकर 12वीं क्लास तक के बच्चे पढ़ते हैं. मौजूदा समय में स्कूल में छात्रों की संख्या 231 है. इन छात्रों को स्कूल के नए भवन के बनने का इंतजार है. बच्चों ने बताया कि उनकी पढ़ाई तो सही ढंग से चल रही है, लेकिन स्कूल जैसा माहौल नहीं मिल पा रहा है. स्कूल में अभी तक लैब आदि की सुविधा भी नहीं है. सभी छात्रों ने सरकार से भवन को जल्द से जल्द बनाने की गुहार लगाई है.

ये भी पढ़ें: Mandi Disaster: मंडी में आपदा का दंश झेल रहे लोग, द्रंग की दर्जनों पंचायतें 1 महीने से बस सुविधा से महरूम

मंडी में आपदा की मार झेला रहा घ्राण स्कूल

मंडी: हिमाचल प्रदेश में आई आपदा के कारण जन जीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. जहां एक ओर हजारों लोगों के घर बर्बाद हो गए हैं. हजारों करोड़ों की संपत्ती नष्ट हो गई है. वहीं, दूसरी ओर प्रदेश में सैंकड़ों शिक्षा के मंदिर भी इस आपदा की भेंट चढ़ गए. आपदा के इस दंश को आम लोगों के साथ-साथ स्कूली बच्चे भी झेल रहे हैं. बहुत से ऐसे स्कूल हैं जो आपदा में क्षतिग्रस्त हो गए और अब इन स्कूलों का संचालन निजी भवनों में किया जा रहा है. ऐसा ही एक स्कूल मंडी जिला मुख्यालय से 10 किमी की दूरी पर घ्राण गांव में स्थित है.

बाढ़ से स्कूल बिल्डिंग को नुकसान: जानकारी के अनुसार सीनियर सेकेंडरी स्कूल घ्राण की इमारत 9 और 10 जुलाई को आई बाढ़ के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रसत हो गई थी. जिससे स्कूल भारी नुकसान हुआ, लेकिन सबसे बड़ी चिंता की बात ये थी की छात्रों को अब कहां और कैसे पढ़ाया जाए, क्योंकि आपदा के इस कहर में बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही थी. स्कूल प्रबंधन ने घ्राण के साथ लगते सुम्मा गांव में लोगों के घरों में 8 कमरे, एक हॉल, चार शौचालय और दो खेत किराए पर लिए हैं. जिनमें स्कूल का संचालन किया जा रहा है.

Mandi Disaster
किराए के कमरों में चल रही क्लास

स्कूल के लिए और कमरों की जरूरत: स्कूल प्रिंसिपल रीनू शर्मा ने बताया कि स्कूल को बाढ़ के कारण भारी नुकसान पहुंचा है. हालांकि किराए पर कमरे लेकर बच्चों की पढ़ाई करवाई जा रही है, लेकिन जो सुविधाएं स्कूल में बच्चों को मिलती थी. वो सुविधाएं यहां नहीं मिल पा रही हैं. प्रिंसिपल रीनू शर्मा ने कहा कि स्कूल के सही संचालन के लिए कुछ और कमरों की जरूरत है. यदि और कमरे मिल जाएं तो बेहतरीन ढंग से स्कूल का संचालन हो सकता है.

Mandi Disaster
सीनियर सेकेंडरी स्कूल घ्राण का क्षतिग्रस्त भवन

बुजुर्ग ने स्कूल को दान की जमीन: वहीं, स्कूल संचालन के लिए सुम्मा गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग परमदेव ने अपनी डेढ़ बीघा नीजि भूमि को स्कूल भवन बनाने के लिए दान में दे दिया है. स्कूल प्रबंधन जब नया भवन बनाने के लिए जमीन तलाशने लगे तो उन्हें कहीं पर भी जमीन नहीं मिली. ऐसे में परमदेव से गांव वालों ने संपर्क किया तो उन्होंने तुरंत इसके लिए हामी भर दी और अपनी डेढ़ बीघा जमीन दान देने के लिए राजी हो गए, लेकिन परमदेव की यह जमीन अभी तक स्कूल के नाम नहीं हो पाई है. स्कूल प्रबंधन समिति ने सरकार से मांग उठाई है कि जल्द से जल्द जमीन को स्कूल के नाम पर करके भवन बनाने का काम शुरू किया जाए.

Mandi Disaster
सीनियर सेकेंडरी स्कूल घ्राण मलबे में तब्दील

नया स्कूल भवन बनाने की मांग: बता दें कि सीनियर सेकेंडरी स्कूल घ्राण में 6ठीं क्लास से लेकर 12वीं क्लास तक के बच्चे पढ़ते हैं. मौजूदा समय में स्कूल में छात्रों की संख्या 231 है. इन छात्रों को स्कूल के नए भवन के बनने का इंतजार है. बच्चों ने बताया कि उनकी पढ़ाई तो सही ढंग से चल रही है, लेकिन स्कूल जैसा माहौल नहीं मिल पा रहा है. स्कूल में अभी तक लैब आदि की सुविधा भी नहीं है. सभी छात्रों ने सरकार से भवन को जल्द से जल्द बनाने की गुहार लगाई है.

ये भी पढ़ें: Mandi Disaster: मंडी में आपदा का दंश झेल रहे लोग, द्रंग की दर्जनों पंचायतें 1 महीने से बस सुविधा से महरूम

Last Updated : Sep 16, 2023, 2:35 PM IST
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