मंडी: जिले के सेरी चानणी परिसर में आमरण अनशन पर बैठे जलवाहकों की तबीयत खराब होना शुरू हो गई है. स्वास्थ्य विभाग की जांच परख में नौ में से छह लोगों का शूगर लेवल कम पाया गया. ऐसे में उन्हें अस्पताल में उपचार की सलाह दी गई है. बावजूद इसके सभी जलवाहक आमरण अनशन पर डटे हुए हैं.
बता दें कि मंगलवार को जलवाहकों का आमरण अनशन दूसरे दिन में प्रवेश कर गया है. मंगलवार दोपहर बाद एसडीएम सदर सन्नी शर्मा ने जलवाहकों से बातचीत की और उन्हें आमरण अनशन से हटने का आग्रह भी किया. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आमरण अनशन पर बैठे सभी जलवाहकों का बीपी व शूगर चेक किया, जिसमें छह लोगों का शूगर लेवल कम पाया गया. जिस पर उन्हें अस्पताल में जांच की सलाह दी गई.
वहीं, 108 एंबुलेंस के माध्यम से उन्हें अस्पताल में जांच के लिए ले जाया गया. वहां डॉक्टर ने उन्हें भर्ती होने की सलाह दी, लेकिन जलवाहकों ने नकार दिया और वापस सेरी चानणी परिसर में आमरण अनशन में डट गए.
ये भी पढ़ें-कांगड़ा एयरपोर्ट पर बर्ड हिटिंग के बढ़ते मामलों को लेकर प्रशासन सतर्क, बचाव के लिए बनेगा प्लान
जलवाहक कम सेवादार संघ के जिला प्रधान भुटू राम ने कहा कि एसडीएम व स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी. छह लोगों को जोनल अस्पताल भी ले जाया गया, लेकिन वे मांगों के समर्थन में वापस सेरी चानणी लौट आए.
एसडीएम सदर सन्नी शर्मा ने कहा कि अनशन पर बैठे जलवाहकों को समझाया गया और उन्हें अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रखने के लिए कहा गया है.
बता दें कि जिला जलवाहक कम सेवादार संघ ने अपनी मांगों को लेकर गत 8 जुलाई से सेरी चाननी में क्रमिक अनशन शुरू किया था. गत 15 जुलाई को अनदेखी के चलते इसे आमरण अनशन में बदल दिया. दो महिलाओं समेत नौ जलवाक आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. मंगलवार शाम को नौ में से छह जलवाहकों का स्वास्थ्य जांच में ठीक नहीं पाया गया है. संघ ने मांगें न मानने तक आमरण अनशन जारी रखने की चेतावनी दी है.
ये भी पढे़ं-हमीरपुर में इस दिन तक चलेगा HP पुलिस का ग्राउंड टेस्ट, दोसड़का मैदान तैयार