करसोगः विकासखंड करसोग की अति दुर्गम पंचायतों में वैक्सीनेशन के लिए हेल्थ विभाग को पसीना बहाना पड़ रहा है. यहां शुक्रवार को दूरदराज की सरतेयोला पंचायत में चलने फिरने में असमर्थ बुजुर्गों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई. रोड से 5 से 6 किलोमीटर दूर इस कठिन क्षेत्र में हेल्थ विभाग की टीम जान हथेली पर लेकर पहुंची और यहां पंचायत भवन में चलने फिरने में असमर्थ बुजुर्गों को टीका लगाया गया.
आजादी के 7 दशक बाद भी अभी तक सरतेयोला पंचायत सड़क सुविधा से नहीं जुड़ी है. अति दुर्गम इस पंचायत मुख्यालय तक हेल्थ विभाग की टीम को खतरनाक रास्ते से होकर बहुत मुश्किल से वैक्सीन लगाने के लिए पहुंचना पड़ा. यहां तक कि एक जगह पर तो हेल्थ विभाग की टीम को जेसीबी की बकेट में बैठकर रास्ता पार करना पड़ा. हालांकि घरद्वार पर कोरोना वैक्सीन लगने से बुजुर्गों ने राहत की सांस ली है.
हेल्थ विभाग की टीम का जताया आभार
स्वास्थ्य विभाग ने कठिन भौगोलिक स्थिति को देखते हुए सरतेयोला पंचायत के बुजुर्गों को पंचायत में टीकाकरण का निर्णय लिया, जिसके लिए लोगों ने स्वास्थ्य विभाग का आभार प्रकट किया है. सरतेयोला पंचायत में वैक्सीन लगाने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम में रमेश वर्मा फार्मासिस्ट माहूनांग, फीमेल हेल्थ वर्कर कुनहों कला ठाकुर व याचना हेल्थ सब सेंटर चिंडी शामिल थे. इसके लिए स्थानीय प्रधान तिलक वर्मा ने बीएमओ करसोग सहित हेल्थ विभाग की टीम का आभार जताया.
भविष्य में भी टीकाकरण के लिए पंचायत में टीम भेजने का किया आग्रह
सरतेयोला पंचायत प्रधान तिलक वर्मा ने बताया कि दूरदराज की पंचायत सरतेयोला में वैक्सीनेशन की गई. ये पंचायत अभी सड़क सुविधा से नहीं जुड़ी है. स्वास्थ्य विभाग ने इस दुर्गम पंचायत में वैक्सीनेशन के लिए टीम भेजी. ऐसे में चलने-फिरने में असमर्थ बुजुर्गों को घरद्वार पर ही टीका लगा. उन्होंने भविष्य में भी टीकाकरण के लिए पंचायत में टीम भेजे जाने का आग्रह किया है, ताकि दूरदराज के लोगों को वैक्सीन के लिए परेशानियों का सामना न करना पड़े.
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