धर्मपुर/मंडी: साल 2020 के अप्रैल माह में होने वाली एचएएस परीक्षा कोरोना काल के चलते देरी से आयोजित की गई. हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने उपमंडल स्तर पर भी परीक्षा केंद्र बनाए ताकि परीक्षा में भाग लेने वाले बच्चों को को कोरोना काल में परीक्षा देने में कठिनाई न हो.
इसी कड़ी में इस बार देश की सबसे बड़ी परीक्षा आईएएस परीक्षा के बाद प्रदेश की सबसे उच्च परीक्षा जो हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाती है, उसके लिए उमंडल धर्मपुर स्थित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन महाविद्यालय धर्मपुर को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है.
परीक्षा केंद्र के सुपरवाइजर प्रोफेसर रमेश शर्मा ने बताया कि इस परीक्षा को लेकर लोकसेवा आयोग व सरकार के दिशा निर्देशानुसार पूरी तैयारी से बच्चों को बैठाया गया और सोशल डिस्टेंस का भी पूरा ख्याल रखा गया. उन्होंने बताया कि 110 बच्चों के लिए सिटिंग प्लान तैयार करने को कहा गया था और उसके अनुसार बैठने की उचित व्यवस्था की गई है, लेकिन 82 बच्चे ही परीक्षा देने पहुंचे.
परीक्षा शुरू होने से पहले सभी कमरों को सेनिटाइज किया गया है और बाद में प्रत्येक बच्चे को थर्मल स्कैनर से स्कैन करके, हाथों को सेनिटाइज करके ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने दिआ गया.
एसडीएम धर्मपुर सुनील वर्मा ने कहा कि 110 बच्चों के बैठने का पूरा प्रबंध किया गया था, लेकिन 82 बच्चे ही परीक्षा केंद्र पहुंचे. परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों ने कहा कि देर से सही लेकिन सरकार व लोक सेवा आयोग का सही निर्णय है और जो परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र नजदीक बनाए गए हैं, यह भी अच्छा कदम है और आगे भी सरकार को ऐसे ही हर परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र बनाए रखने चाहिए ताकि बेरोजगारों को इसका लाभ मिलता रहे.
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