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IRDP में न लेने पर भड़के दिव्‍यांग, पंचायत सचिवों पर लगाया मनमानी का आरोप

मंडी में दिव्‍यांगों ने पंचायत सचिवों पर मनमानी का आरोप लगाया है. हिमालयन दिव्‍यांग कल्‍याण संस्‍था का कहना है कि दिव्यांगों को आईआरडीपी में नहीं लिया जा रहा है और इनकम प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है.

हिमालयन दिव्‍यांग कल्‍याण संस्‍था
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Published : Jul 24, 2019, 10:57 AM IST

मंडी: आईआरडीपी में न लेने पर दिव्‍यांग भड़क गए हैं. दिव्‍यांगों ने पंचायत सचिवों पर मनमानी का आरोप लगाया है. इनका कहना है कि डीसी के स्‍पष्‍ट आदेशों के बावजूद 70 प्रतिशत दिव्‍यांगों को आईआरडीपी में नहीं लिया जा रहा है.

बता दें कि हिमालयन दिव्‍यांग कल्‍याण संस्‍था की बैठक में ये मुद्दा खूब गूंजा. बैठक में दिव्‍यांगों को पेश आ रही समस्‍याओं को लेकर प्रस्‍ताव भी पारित किए गए. बैठक में आरोप लगाया कि पंचायत सचिव मनमानी कर रहे हैं.

मालयन दिव्‍यांग कल्‍याण संस्‍था की प्रधान हेमलता पठानिया ने बताया कि डीसी मंडी ने आदेश दिए हैं कि एकल नारी, तलाकशुदा, विधवा, कैंसर पीड़ित व 70 प्रतिशत दिव्‍यांग को आईआरडीपी में लिया जाए. इसके बावजूद दिव्‍यांगों को आईआरडीपी में नहीं लिया जा रहा है और इनसे इनकम प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है.

वीडियो

ये भी पढ़ें-बंजार में नो पार्किंग जोन घोषित, इन स्थानों पर वाहन खड़े करने पर होगी कार्रवाई

उन्‍होंने आरोप लगाया है कि पंचायत सचिव मनमानी कर रहे हैं. उन्‍होंने कहा क‍ि इनकम क्राइटेरिया खत्‍म किया जाए. पठानिया ने कहा कि एचआरटीसी बसों में दिव्‍यांगों के लिए आरक्षित सीटों को अब खत्‍म करने की सूचना मिली हैइस निर्णय से दिव्‍यांगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि दो व तीन नंबर सीट दिव्‍यांगों के लिए ही आरक्षित होनी चाहिए ता‍कि दिव्‍यांग आराम से सफर कर सकें.

बता दें कि आईआरडीपी के चयन के लिए 70 फीसदी दिव्‍यांगों को प्राथमिकता के चयन के आदेश डीसी मंडी ने दिए हैं, लेकिन धरातल स्‍तर पर अन्‍य औपचारिकताएं भी इन आदेशों में बाधा बन रही हैं. जिससे दिव्‍यांगों को दिक्‍कतों का सामना करना पड़ रहा है और उनका चयन बीपीएल में नहीं हो पा रहा है.

ये भी पढ़ें-वल्लभ कॉलेज मंडी में राष्ट्र स्तरीय वर्कशॉप का आगाज, चयनित 5 स्टूडेंट्स IIT मद्रास के शास्त्र फेस्ट में लेंगे भाग

मंडी: आईआरडीपी में न लेने पर दिव्‍यांग भड़क गए हैं. दिव्‍यांगों ने पंचायत सचिवों पर मनमानी का आरोप लगाया है. इनका कहना है कि डीसी के स्‍पष्‍ट आदेशों के बावजूद 70 प्रतिशत दिव्‍यांगों को आईआरडीपी में नहीं लिया जा रहा है.

बता दें कि हिमालयन दिव्‍यांग कल्‍याण संस्‍था की बैठक में ये मुद्दा खूब गूंजा. बैठक में दिव्‍यांगों को पेश आ रही समस्‍याओं को लेकर प्रस्‍ताव भी पारित किए गए. बैठक में आरोप लगाया कि पंचायत सचिव मनमानी कर रहे हैं.

मालयन दिव्‍यांग कल्‍याण संस्‍था की प्रधान हेमलता पठानिया ने बताया कि डीसी मंडी ने आदेश दिए हैं कि एकल नारी, तलाकशुदा, विधवा, कैंसर पीड़ित व 70 प्रतिशत दिव्‍यांग को आईआरडीपी में लिया जाए. इसके बावजूद दिव्‍यांगों को आईआरडीपी में नहीं लिया जा रहा है और इनसे इनकम प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है.

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उन्‍होंने आरोप लगाया है कि पंचायत सचिव मनमानी कर रहे हैं. उन्‍होंने कहा क‍ि इनकम क्राइटेरिया खत्‍म किया जाए. पठानिया ने कहा कि एचआरटीसी बसों में दिव्‍यांगों के लिए आरक्षित सीटों को अब खत्‍म करने की सूचना मिली हैइस निर्णय से दिव्‍यांगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि दो व तीन नंबर सीट दिव्‍यांगों के लिए ही आरक्षित होनी चाहिए ता‍कि दिव्‍यांग आराम से सफर कर सकें.

बता दें कि आईआरडीपी के चयन के लिए 70 फीसदी दिव्‍यांगों को प्राथमिकता के चयन के आदेश डीसी मंडी ने दिए हैं, लेकिन धरातल स्‍तर पर अन्‍य औपचारिकताएं भी इन आदेशों में बाधा बन रही हैं. जिससे दिव्‍यांगों को दिक्‍कतों का सामना करना पड़ रहा है और उनका चयन बीपीएल में नहीं हो पा रहा है.

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Intro:मंडी। आईआरडीपी में न लेने पर दिव्‍यांग भड़क गए हैं। दिव्‍यांगों ने पंचायत सचिवों पर मनमानी का आरोप लगाया है। इनका कहना है कि डीसी के स्‍पष्‍ट आदेशों के बावजूद 70 प्रतिशत दिव्‍यांगों को आईआरडीपी में नहीं लिया जा रहा है।


Body:हिमालयन दिव्‍यांग कल्‍याण संस्‍था की बैठक में यह मुद्दा खूब गूंजा रहा। बैठक में दिव्‍यांगाें को पेश आ रही समस्‍याओं को लेकर प्रस्‍ताव भी पारित किए गए। संस्‍था की प्रधान हेमलता पठानिया ने बताया कि डीसी मंडी ने आदेश दिए हैं कि एकल नारी, तलाकशुदा, विधवा, कैंसर पीडि़त, 70 प्रतिशत दिव्‍यांग को आईआरडीपी में लिया जाए, लेकिन इसके बावजूद दिव्‍यांगों को आईआरडीपी में नहीं लिया जा रहा है और इनसे इनकम प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है। उन्‍होंने आरोप लगाया है कि पंचायत सचिव मनमानी कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा क‍ि इनकम क्राइटीरिया खत्‍म किया जाए। उन्‍होंने बताया कि एचआरटीसी बसों में दिव्‍यांगों के लिए आरक्षित सीटों को अब खत्‍म करने की सूचना मिली है। कहा कि इस निर्णय से दिव्‍यांगाें को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। कहा कि दो व तीन नंबर सीट दिव्‍यांगों के लिए ही आरक्षित होनी चाहिए। ता‍कि दिव्‍यांग आराम से सफर कर सकें।

बाइट- हेमलता पठानिया, प्रधान हिमालयन दिव्‍यांग कल्‍याण संस्‍थाConclusion:बता दें कि आईआरडीपी के चयन के लिए 70 फीसदी दिव्‍यांगों को प्राथमिकता के चयन के आदेश डीसी मंडी ने दिए हैं, लेकिन धरातल स्‍तर पर अन्‍य औपचारिकताएं भी इन आदेशों में बाधा बन रही है। जिससे दिव्‍यांगों को दिक्‍कतों का सामना करना पड़ रहा है और उनका चयन बीपीएल में नहीं हो पा रहा है।
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