ETV Bharat / state

G20-S20 Meet: रिन्यूएबल एनर्जी पर चर्चा के साथ संपन्न हुई G20-S20 मीट, IIT मंडी के साथ काम करेगी कई कंपनियां

आईआईटी मंडी में G20-S20 मीट का समापन हो गया. इस दौरान रिन्यूएबल एनर्जी थीम पर चर्चा की गई. साथ ही रिन्यूवल पावर के क्षेत्र में कौशल विकास और उद्यमिता की भूमिका पर प्रकाश डाला गया. इस दौरान आईआईटी मंडी के साथ कई कंपनियों ने मिलकर काम करने की इच्छा जताई.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jul 1, 2023, 1:15 PM IST

मंडी: आईआईटी मंडी में 21 जून से चल रहा मेगा जी20-एस20 मीट का समापन हो गया. समापन समारोह में भारत सरकार में विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय के पूर्व सचिव और एस20 के अध्यक्ष प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. समापन दिवस पर रिन्यूएबल एनर्जी थीम पर चर्चा की गई और रिन्यूवल पावर के क्षेत्र में कौशल विकास और उद्यमिता की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया. विशेष रूप से फोटोवोल्टेक सिस्टम की अर्थव्यवस्था में रिन्यूवल पावर की क्षमता का उपयोग करने पर अधिक जोर दिया गया.

इस दौरान प्रमुख उद्योग प्रतिनिधियों, अकादमिक विशेषज्ञों, प्रशासकों और विभिन्न सरकारी निकायों के निर्णय निर्माताओं के साथ व्यावहारिक चर्चा की. जिसमें सभी जी20 राष्ट्रों के नागरिकों के लिए इस परिवर्तनकारी क्षेत्र में कौशल निर्माण और उद्यमशीलता प्रयासों के लिए स्थायी ऊर्जा उपलब्धता और अवसरों को बढ़ाने के समाधानों पर प्रकाश डाला गया.

इस मेगा मीट के बारे में जानकारी देते हुए आईआईटी मंडी के डायरेक्टर प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने बताया कि इस मीट के माध्यम से समाज हित की बहुत सी बातें उभर कर सामने आई हैं, जिनपर आईआईटी काम करेगा. राज्य सरकार और आईआईटी को प्रदेश हित के लिए काम करना है और प्रदेश को आगे ले जाना है.

जी20-एस20 मीट में स्किल काउंसिल ऑफ ग्रीन जॉब्स के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अर्पित शर्मा ने बताया कि वो रिन्यूएबल एनर्जी पर आईआईटी मंडी के साथ मिलकर कुछ प्रोजेक्ट्स पर काम करना चाह रहे हैं. इससे न सिर्फ रिन्यूएबल एनर्जी का सही ढंग से इस्तेमाल किया जा सकेगा, बल्कि इस क्षेत्र में काम की तलाश कर रहे लोगों को भी रोजगार के अवसर पैदा होंगे. उन्होंने कहा आज विश्व में रिन्यूएबल एनर्जी की सबसे ज्यादा डिमांड है और भविष्य में इस क्षेत्र में बहुत से लोगों को रोजगार के अवसर खुलने की पूरी संभावना है.

इस मौके पर आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. केके पंत, डीएसटी प्रौद्योगिकी विकास कार्यक्रम से डॉ. बिनीशा पी, इंडिया कोरिया सेंटर फॉर रिसर्च एंड इनोवेशन (आईकेसीआरआई) से डॉ. वाई जे पार्क, होशंग पटेल टेक सेंटर के संस्थापक डॉ. रंगनायकुलु बोदावाला और भारत सरकार के नवीन एवं रिन्यूएबल पावर मंत्रालय से प्रीति ने अपने विचार रखे और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाले.
ये भी पढ़ें: G20 Summit In Himachal: IIT मंडी में स्थापित होगा समग्र स्वास्थ्य केंद्र

मंडी: आईआईटी मंडी में 21 जून से चल रहा मेगा जी20-एस20 मीट का समापन हो गया. समापन समारोह में भारत सरकार में विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय के पूर्व सचिव और एस20 के अध्यक्ष प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. समापन दिवस पर रिन्यूएबल एनर्जी थीम पर चर्चा की गई और रिन्यूवल पावर के क्षेत्र में कौशल विकास और उद्यमिता की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया. विशेष रूप से फोटोवोल्टेक सिस्टम की अर्थव्यवस्था में रिन्यूवल पावर की क्षमता का उपयोग करने पर अधिक जोर दिया गया.

इस दौरान प्रमुख उद्योग प्रतिनिधियों, अकादमिक विशेषज्ञों, प्रशासकों और विभिन्न सरकारी निकायों के निर्णय निर्माताओं के साथ व्यावहारिक चर्चा की. जिसमें सभी जी20 राष्ट्रों के नागरिकों के लिए इस परिवर्तनकारी क्षेत्र में कौशल निर्माण और उद्यमशीलता प्रयासों के लिए स्थायी ऊर्जा उपलब्धता और अवसरों को बढ़ाने के समाधानों पर प्रकाश डाला गया.

इस मेगा मीट के बारे में जानकारी देते हुए आईआईटी मंडी के डायरेक्टर प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने बताया कि इस मीट के माध्यम से समाज हित की बहुत सी बातें उभर कर सामने आई हैं, जिनपर आईआईटी काम करेगा. राज्य सरकार और आईआईटी को प्रदेश हित के लिए काम करना है और प्रदेश को आगे ले जाना है.

जी20-एस20 मीट में स्किल काउंसिल ऑफ ग्रीन जॉब्स के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अर्पित शर्मा ने बताया कि वो रिन्यूएबल एनर्जी पर आईआईटी मंडी के साथ मिलकर कुछ प्रोजेक्ट्स पर काम करना चाह रहे हैं. इससे न सिर्फ रिन्यूएबल एनर्जी का सही ढंग से इस्तेमाल किया जा सकेगा, बल्कि इस क्षेत्र में काम की तलाश कर रहे लोगों को भी रोजगार के अवसर पैदा होंगे. उन्होंने कहा आज विश्व में रिन्यूएबल एनर्जी की सबसे ज्यादा डिमांड है और भविष्य में इस क्षेत्र में बहुत से लोगों को रोजगार के अवसर खुलने की पूरी संभावना है.

इस मौके पर आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. केके पंत, डीएसटी प्रौद्योगिकी विकास कार्यक्रम से डॉ. बिनीशा पी, इंडिया कोरिया सेंटर फॉर रिसर्च एंड इनोवेशन (आईकेसीआरआई) से डॉ. वाई जे पार्क, होशंग पटेल टेक सेंटर के संस्थापक डॉ. रंगनायकुलु बोदावाला और भारत सरकार के नवीन एवं रिन्यूएबल पावर मंत्रालय से प्रीति ने अपने विचार रखे और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाले.
ये भी पढ़ें: G20 Summit In Himachal: IIT मंडी में स्थापित होगा समग्र स्वास्थ्य केंद्र

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.