मंडी: मंडी से कुल्लू तक बन रहे फोरलेन के प्रभावित प्रदेश सरकार से खफा हो गए. प्रभावितों का कहना है कि सरकार ने जनवरी माह तक उनकी समस्याएं हल करने का आश्वासन दिया था,लेकिन सरकार ने अभी तक कुछ नहीं किया. फोरलेन प्रभावित किसान संघ मंडी कुल्लू ने इस बारे में हिमाचल प्रदेश की सरकार को 15 दिनों में उनकी मांगों को पूरा करने का समय दिया है. ऐसा न होने की सूरत में संघ ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी सरकार (Warning of Fourlane Affected Farmers Union)को दी. यह फैसला संघ की मंगलवार को हुई बैठक में (Fourlane affected farmers union meeting )लिया गया.
इस मौके पर फोरलेन प्रभावित किसान संघ मंडी कुल्लू के अध्यक्ष नरेश कुमार ने बताया कि सरकार ने वार्ता करने के नाम पर अपने कार्यकाल के चार वर्ष निकाल दिए. नरेश ने कहा कि फोरलेन प्रभावित कोई अलग से मांग नहीं कर रहे वह कानून के अनुसार मुआवजा मांग रहे, जिसे देने का वादा प्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले किया था. भाजपा ने अपने मांग पत्र में फोरलेन प्रभावितों को चार गुणा मुआवजा देने, दुकानदारों को सहायता राशि देने के साथ पुनर्वास और पुनर्स्थापन की बात कही जो आज सरकार के चार वर्ष बीत जाने के बाद भी पूरी नहीं हुई. उन्होंने बताया कि यदि आने वाले 15 दिनों में सरकार ने फोरलेन प्रभावितों की समस्या का समाधान नहीं किया तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन सरकार के खिलाफ किया जाएगा.
वहीं, फोरलेन प्रभावितों का कहना है कि मौजूदा भाजपा सरकार ने उपचुनावों से सबक नहीं लिया. प्रभावितों ने भाजपा सरकार को चेताया है कि यदि सरकार ने किसान हितों में फैसले नहीं लिए तो आने वाले विधानसभा चुनावों में भी भाजपा को केवल निराशा ही हाथ लगेगी.फोरलेन प्रभावित किसान संघ मंडी कुल्लू के युवा विंग अध्यक्ष प्रेम चंद ने कहा कि जिन लोगों ने 2015 में चार गुणा मुआवजे के लिए किसानों के संघर्ष में राजनीति की वह आज सरकार में और अब किसानों की बात को सुनने से परहेज कर रहे.
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