सुंदरनगर/मंडी: हिमाचल प्रदेश में वन माफिया के सक्रिय होने से प्रदेश के हरे-भरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाई जा रही है. प्रदेश में वन माफिया इस प्रकार से हावी है कि इन्हें रोक पाना सरकार के लिए भी गले की फांस बनता जा रहा है. बेशक नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने हरे भरे पेड़ों को काटने पर रोक लगा रखी है, लेकिन वन काटुओं का अवैध धंधा बदस्तूर जारी है.
ताजा मामले में मंडी जिला की नाचन विधानसभा क्षेत्र में हरे-भरे चील के दर्जनों पेड़ों पर वन काटुओं ने अपनी कुल्हाड़ी से कहर बरपाया है. अवैध कटान के बारे में उस समय पता चला, जब प्रदेश युवा कांग्रेस के सचिव जसवीर सिंह ने अन्य लोगों सहित बग्गी-चैलचौक सड़क मार्ग पर स्थित जासन के होमगार्ड बटालियन कार्यालय के साथ के जंगल का निरीक्षण किया.
इस दौरान उन्हें जंगल में चील के दर्जनों पेड़ कटे हुए नजर आए. मौके से पेड़ों की लकड़ी भी गायब थी. जांच करने पर लकड़ी के नाम पर कुछ अन्य पेड़ों के ठूंठ शेष बचे हुए भी मौके पर पाए गए. वहीं, लकड़ी और वन काटुओं का कोई पता नहीं चला.
घटना की जानकारी वन विभाग को मिली तो इस प्रकार से इतनी अधिक मात्रा में पेड़ो के अवैध कटान को लेकर उनके हाथ-पांव फूल गए. इसके उपरांत आनन फानन में वन विभाग के अधिकारियों ने इसके खिलाफ जांच व पुलिस में मामला दर्ज करवाया है.
वहीं, पुलिस और वन विभाग की टीम ने वन काटुओं की तलाश शुरू कर दी है. इसके लिए जंगल के आसपास रहने वाले लोगों व होमगार्ड बटालियन कार्यालय से भी पूछताछ की जा रही है. फिलहाल अभी तक पुलिस और वन विभाग के हाथ वन काटु नहीं लग पाए हैं. जंगल में अवैध कटान का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी जिले के विभिन्न जंगलों में अवैध कटान के मामले सामने आ चुके हैं.
डीएफओ नाचन वन मंडल टीआर धीमान ने कहा कि मामले को जानकारी प्राप्त होने के बाद मौका पर जांच शुरू कर दी गई है. इस घटना को लेकर पुलिस में भी मामला दर्ज करवा दिया गया है. दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
वहीं, एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा ने बताया कि नाचन बीट में पेड़ों के अवैध कटान का मामला सामने आया है. इसको लेकर वन विभाग ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं.