मंडी: जिला मंडी के कमरुघाटी में मकर संक्रांति और लोहड़ी का त्यौहार अनोखे अंदाज में मनाया जाता है. घाटी के लोग इस दिन इकट्ठा होकर अपने पितरों (पूर्वजों ) की पूजा कर उन्हें खिचड़ी का भोग लगाते हैं.
बता दें कि अपने गांव में बावड़ी के स्थान पर घाटी के लोगों ने अपने पूर्वजों की पथरों में मूर्तियां बनाई होती है. जिन्हें बावड़ी के स्थान पर स्थापित किया जाता है. हर वर्ष लोहड़ी के पर्व पर मकर संक्रांति के अवसर पर अपने अपने घर में लोग खिचड़ी बनाते हैं और फिर हर घर से एक टोली थाली में खिचड़ी डालकर इन पूर्वजों को घी से नहाते हैं और इन्हें खुश करने के लिए खिचड़ी का भोग लगाते हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि पूर्वजों को खिचड़ी से खुश करने की कमरुघाटी में वर्षों पुरानी परम्परा है. उन्होंने बताया कि हर वर्ष घाटी के लोग इस परंपरा को निभाते हैं. नाचन और सराजघाटी में मकर संक्रांति और लोहड़ी पर्व श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. वहीं, कमरुघाटी में लोग माघ माह में अपने रिश्तेदारों को अपने अपने घर खिचड़ी खाने के लिए बुलाते हैं.
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