मंडी: कोरोना काल से पहले या उस दौरान जो युवा भर्ती की प्रक्रिया को पूरा कर चुके हैं और अभी परीक्षा देना बाकी है, उन सभी युवाओं को भर्ती के पुराने नियम व व्यवस्था के तहत सेना में भर्ती किया जाए, भले ही उनकी उम्र सीमा पार हो चुकी हो. यह मांग सोमवार को मंडी में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए एक्स सर्विस लीग मंडी (Ex servicemen League Mandi) के अध्यक्ष कर्नल प्रताप सिंह ने उठाई.
उन्होंने कहा कि एक्स सर्विस लीग मंडी अग्निपथ योजना (Agnipath scheme recruitment) का समर्थन करती है और केंद्र सरकार से मांग करती है कि सरकार चार साल के बाद 50 प्रतिशत वालों को अग्निवीर का सर्टिफिकेट जारी करे तथा जो अग्निविर उच्च शिक्षा, डिप्लोमा या डिग्री करना चाहते हैं, उन्हें रिजर्व कोटे के तहत प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने कहा कि अग्निवीर सेवानिवृत होने के बाद सिविल सर्विस करना चाहता तो उसे रिजर्व कोटे के तहत प्रदेश में नौकरी में प्राथमिकता दी जाए.
लीग ने मांग उठाई है कि अग्निपथ की व्यवस्था में 75 प्रतिशत वालों को चार साल के लिए और 25 प्रतिशत को स्थाई रूप से भर्ती की व्यवस्था के बजाय 50 प्रतिशत को चार साल और 50 प्रतिशत को स्थाई रूप से सेना में भर्ती किया जाए. इसके साथ ही लीग ने मांग उठाई है कि दसवीं कक्षा से कॉलेज स्तर तक सभी बच्चों के लिए एनसीसी अनिवार्य कर देनी चाहिए, ताकि इन्ही से आने वाले समय में अग्निवीरों को सेना में भर्ती किया जा सके. कर्नल प्रताप ने बताया कि एक्स सर्विस लीग जिला मंडी अग्निपथ योजना में संशोधन को लेकर जल्द ही राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपेगी.