सुंदरनगर: सरकार की तरफ से लोगों को मुंह पर मास्क लगाकर ही घर से बाहर आने के निर्देशों के बाद बाजार में मास्क की उपलब्धता में भी कमी आई है. इस समस्या को दूर करने के लिए सुंदरनगर के एक युवा इंजीनियर प्रीतीश सिंह ने 3-डी प्रिटेंड फेस मास्क का इजात किया है.
प्रीतीश सिंह ने मास्क की कमी को पूरा करने के लिए बार-बार उपयोग में लाए जाने वाले 3-डी प्रिटेंड फेस मास्क और शील्ड बनाए हैं. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक प्रीतीश सिंह ने इस नई तकनीक के उपकरणों को एसएमओ सुंदरनगर चमन ठाकुर को भी सौंपा दिया है.
प्रीतीश ने कहा कि वह डाटा साइंस का कोर्स कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले महीने जब कोरोना वायरस की वजह से भारत में मास्क की कमी होने लगी तब उन्होंने देखा कि इस कमी को पूरा करने के लिए इंटरनेट पर विकसित देशों में डॉक्टर्स और हॉस्पिटल में काम करने वाले कर्मचारियों के पास फेस शील्ड की सुविधा भी उपलब्ध हो रही है. इस पर उन्होंने 3-डी प्रिंटेड फेस शील्ड कम लागत में घर पर ही बनाने के बारे में काम शुरू कर दिया.
प्रीतीश ने बताया कि एसडीएम सुंदरनगर को भी उन्होंने अपने फेस शील्ड और मास्क प्रदर्शित किए. प्रीतीश ने कहा कि उनके द्वारा डिजाइन किए गए मास्क को सैनिटाइज करने के बाद बार-बार जीरो रिस्क पर उपयोग में लाया जा सकता है. इस मास्क में फिल्टर्स को बदलने की सुविधा है. जिससे साधारण 3 प्लाई मास्क को फिल्टर की तरह इस मास्क में 6 बार तक इस्तेमाल कर सकते हैं.
प्रीतीश ने कहा कि 3-डी प्रिंटेड फेस मास्क और प्रिंटेड फेस शेल्स डिजाइन किया है और घर पर ही इनको अपनी 3-डी प्रिंटर से बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा निर्मित 10 फेस शील्ड और मास्क अस्पतालों में मुफ्त में बांट दिए गए हैं. प्रीतीश ने बताया कि अन्य फेस शील्ड बाजार में लगभग 700 रुपये तक उपलब्ध होने के चलते उनके द्वारा अन्य लोगों के लिए इसका मूल्य केवल 150 रुपये निर्धारित किया गया है.
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