धर्मपुर/मंडीः हिमाचल किसान सभा खंड कमेटी धर्मपुर ने यहां पैदा होने वाली फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और खरीद केंद्र तथा मार्केटिंग की दुविधाएं प्रदान करने की सरकार से मांग की है. सभा के खंड अध्यक्ष रणताज राणा, सचिव रामचन्द ठाकुर ने बताया कि धर्मपुर खंड में वर्तमान में कोई भी फसल क्रय-विक्रय केंद्र सरकार ने नही खोला है. जिस कारण जो भी पैदावार यहां होती है उसके पूरे दाम किसानों को नहीं मिलते हैं.
कोई मार्केट सुविधा उपलब्ध नहीं
यहां पर मक्की,आम, कीन्नू, गलगल, कचालू, अदरक हल्दी इत्यादि फसलें यहां पर जरूरत से ज्यादा पैदा होती हैं, लेकिन उन्हें बिक्री करने के लिए कोई मार्केट सुविधा उपलब्ध नहीं है. इस कारण किसानों को उनकी मेहनत का पूरा दाम नही मिल पाता है. इस बारे पूर्व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने कहा कि धर्मपुर की डेढ़ दर्जन पंचायतों में टनों के हिसाब से आम पैदा होता है. लेकिन बिक्री केंद्र न होने से वह हर साल खराब होता है.
इस दिशा में कोई प्रगति नहीं
हालांकि वर्तमान सरकार में बागवानी मंत्री भी यहीं से हैं लेकिन तीन साल में इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है. इसी प्रकार मक्की की फसल को बेचने का कोई प्रबंध नही है.
मनमाने रेट पर किसानों की मक्की खरीदते हैं व्यापारी
हर साल बाहरी राज्यों के व्यापारी यहां से मनमाने रेट पर किसानों की मक्की की खरीदारी करते हैं. इसके अलावा धर्मपुर खंड की एक दर्जन पंचायतों में खैर के पेड़ किसान उगाते हैं और दस बारह साल बाद जब वो तैयार होता है तो उन्हें भी व्यापारी मनमाने दाम पर खरीदते हैं.
किसानों के समर्थन में एसडीएम धर्मपुर के माध्यम से देंगे मांगपत्र
धर्मपुर खंड में पैदा होने वाली मक्की व अन्य फसलों के बिक्री केंद्र खोले जाएं और सभी प्रकार की पैदावार का न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया जाए. हिमाचल किसान सभा इन मांगों को सरकार के समक्ष रखने व देश भर में चल रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में अगामी 15 मार्च को एसडीएम धर्मपुर के माध्यम से मांगपत्र भेजेगी.
ये भी पढ़ें- हमारा लक्ष्य 2022 में जयराम ठाकुर के नेतृत्व में फिर BJP की सरकार बनाना है: अनुराग ठाकुर