मंडी: जिला प्रशासन मंडी फोरलेन निर्माण कार्य से बदहाल हुए चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे को लेकर सख्ती दिखाने लगा है. प्रशासन ने हाईवे पर पड़े बड़े-बड़े गड्ढों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए एनएचएआई को तुरंत प्रभाव से मरम्मत करने के निर्देश दिए हैं. डीसी मंडी ने एनएचएआई के अधिकरियों के साथ बैठक करके चार दिनों के भीतर बड़े और जानलेवा गड्ढों को भरने के आदेश दिए हैं.
डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि सड़क में कुछ जगहों पर खतरनाक गड्ढे बन गए हैं, जिस कारण दुपहिया वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. गड्ढों के कारण कोई बड़ा सड़क हादसा भी हो सकता है.
डीसी मंडी ने एनएचएआई अधिकारियों को कहा कि फोरलेन के काम में लगी कंपनियों के साथ मिलकर सुनिश्चित करें कि आबादी वाले इलाकों में पूरे ट्रैक पर पर्याप्त मात्रा में नियमित अंतराल पर पानी का छिड़काव करने की व्यवस्था हो, जिससे लोगों को धूल-मिट्टी उड़ने से होने वाली परेशानी का सामना न करना पड़े.
जमीन के इंतकाल से जुड़े मामलों को 10 दिनों में निपटाने के निर्देश
उपायुक्त ने भूमि अधिग्रहण कार्यालय व राजस्व विभाग के अधिकारियों को फोरलेन परियोजना से प्रभावित लोगों की जमीन के इंतकाल से जुड़े मामलों को 10 दिनों में निपटाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही ऋग्वेद ठाकुर ने संबंधित एसडीएम को अपने क्षेत्र में प्रत्येक पंचायत में जाकर फोरलेन परियोजना से प्रभावित स्थानीय प्रधान, पदाधिकारियों व प्रभावित लोगों से बैठक करने के निर्देश दिए.
डीसी ने एसडीएम को परियोजना के तहत पुलिया निर्माण को लेकर लोगों के सुझाव लेने व 15 दिन में रिपोर्ट तैयार कर, उन्हें सौंपने के आदेश भी दिए. बता दें कि सुंदरनगर से जड़ोल के बीच सड़क में बड़े गड्ढों ने बाइक चालकों की समस्याएं बढ़ा दी हैं. सड़कों में गड्ढों से हमेशा हादसों का खतरा भी बना रहता है.
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