सरकाघाट/मंडी: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने सरकाघाट बाजार में धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और डिपुओं में मिलने वाले राशन की कीमतों में की गई वृद्धि के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. बाद में माकपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एसडीएम के माध्यम से केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपा.
सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन
धरना प्रदर्शन का नेतृत्व पार्टी के सचिव और पूर्व जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह, रणताज राणा, दिनेश काकू, मेहर सिंह, टेक सिंह, शम्भू राम आदि ने किया. इन नेताओं ने कहा कि अगर जल्द महंगाई पर अंकुश नहीं लगा तो माकपा अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर सरकार की इन जनविरोधी नीतियों के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि 17 मार्च को विधानसभा का शिमला में घेराव किया जाएगा. इस मौके पर भूपेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारें महंगाई रोकने में पूरी तरह फेल हो चुकी हैं. आम जनता महंगाई से बुरी तरह त्रस्त है, लेकिन ये सरकारें देश के उद्योगपतियों व तेल कंपनियों को फायदा देने के लिए ही नीतियां बना रही हैं.
सरकार ने जनता को तेल कंपनियों के आगे रखा गिरवी
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि रसोई गैस सिलेंडर की कीमत पिछले एक महीने में दो सौ रुपये बढ़ा दी गई और अब एक सिलेंडर नौ सौ रुपए में मिल रहा है. सरकार जिन पेट्रोलियम पदार्थों को 30-35 रु प्रति लीटर विदेशों से खरीद करती है उसे तेल कंपनियां आज 90 से 100 रुपए लीटर बेच रही है. मोदी सरकार इन तेल कंपनियों के आगे बिक चुकी है और देश की जनता को इस सरकार ने तेल कंपनियों के आगे गिरवी रख दिया गया है.
उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण वैसे ही जनता आर्थिक मंदी से गुजर रही है और कई युवा बेरोजगार हो गए हैं. लेकिन सरकार जनता पर ऐसे समय में महंगाई की डोज देती जा रही है. इस मौके पर केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों के खिलाफ नारेबाजी की गई.
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