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सरकाघाट में माकपा ने किया विरोध प्रदर्शन, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मंगलवार को सरकाघाट में धरना प्रदर्शन किया और एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन भेजा. माकपा ने कहा कि आज भी देश का एक बड़ा हिस्सा भूख की मार झेल रहा है, लेकिन भारत सरकार देश की जनता को राहत नहीं दे पाई है. सरकार इस घड़ी में जनता के हक में फैसले नहीं ले रही हैं.

cpim ने दिया धरनना, सरकाघाट
माकपा का धरना
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Published : Jun 17, 2020, 12:22 AM IST

Updated : Jul 6, 2020, 11:21 AM IST

धर्मपुर/मंडी: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मंगलवार को सरकाघाट में धरना प्रदर्शन किया और एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन भेजा. इसका नेतृत्व पार्टी नेता व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह और मुनीष शर्मा ने किया. प्रदर्शन में सरकाघाट व धर्मपुर क्षेत्रों के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया.

पार्टी ने ओल्ड बस स्टैंड पर धरना प्रदर्शन किया और मांगों के समर्थन में नारे लगाए. पार्टी नेताओं ने कहा कि मौजूदा महामारी के दौर में देश की जनता के रोजगार के सभी साधन छीन गए हैं और लॉकडाउन की वजह से देश में 15 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हो गए हैं. भूखे प्रवासी मजदूर पैदल अपने गांव जा रहे हैं और 1000 के लगभग लोग इस दौरान जान गवा चुके हैं.

माकपा ने कहा कि आज भी देश का एक बड़ा हिस्सा भूख की मार झेल रहा है, लेकिन भारत सरकार देश की जनता को राहत नहीं दे पाई है. सरकार इस घड़ी में जनता के हक में फैसले नहीं ले रही हैं.

माकपा ने कहा कि इन परिस्थितियों में केंद्र सरकार आयकर सीमा के नीचे आने वाले सभी परिवारों को 6 महीने तक 7500 रुपये नगद सहायता प्रदान करे. इसके अलावा 6 महीने के लिए प्रति व्यक्ति को हर महीने 10 किलो मुफ्त खाद्य सामग्री दी जाए. मनरेगा में 2 दिनों का काम और 350 रुपये दैनिक मजदूरी दी जाए. सभी बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए. सार्वजनिक क्षेत्र को बेचने और राष्ट्रीय संपतियों की लूट पर रोक लगाई जाए.

श्रम कानूनों में मज़दूर विरोधी बदलाव वापस लिए जाएं. किसानों को 3 लाख रुपये तक के ऋण माफ किया जाएं. प्रधानमंत्री केयर फंड से सभी राज्यों को राहत जारी की जाए और कोरोना काल में बीजेपी की ओर से की जा रही रैलियों पर रोक लगाई जाए. हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री की ओर से सरकारी खर्चे व बैनर तले की जा रही पार्टी की विधानसभा वर्चुअल रैलियां भी रोकी जाए.

धर्मपुर/मंडी: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मंगलवार को सरकाघाट में धरना प्रदर्शन किया और एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन भेजा. इसका नेतृत्व पार्टी नेता व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह और मुनीष शर्मा ने किया. प्रदर्शन में सरकाघाट व धर्मपुर क्षेत्रों के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया.

पार्टी ने ओल्ड बस स्टैंड पर धरना प्रदर्शन किया और मांगों के समर्थन में नारे लगाए. पार्टी नेताओं ने कहा कि मौजूदा महामारी के दौर में देश की जनता के रोजगार के सभी साधन छीन गए हैं और लॉकडाउन की वजह से देश में 15 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हो गए हैं. भूखे प्रवासी मजदूर पैदल अपने गांव जा रहे हैं और 1000 के लगभग लोग इस दौरान जान गवा चुके हैं.

माकपा ने कहा कि आज भी देश का एक बड़ा हिस्सा भूख की मार झेल रहा है, लेकिन भारत सरकार देश की जनता को राहत नहीं दे पाई है. सरकार इस घड़ी में जनता के हक में फैसले नहीं ले रही हैं.

माकपा ने कहा कि इन परिस्थितियों में केंद्र सरकार आयकर सीमा के नीचे आने वाले सभी परिवारों को 6 महीने तक 7500 रुपये नगद सहायता प्रदान करे. इसके अलावा 6 महीने के लिए प्रति व्यक्ति को हर महीने 10 किलो मुफ्त खाद्य सामग्री दी जाए. मनरेगा में 2 दिनों का काम और 350 रुपये दैनिक मजदूरी दी जाए. सभी बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए. सार्वजनिक क्षेत्र को बेचने और राष्ट्रीय संपतियों की लूट पर रोक लगाई जाए.

श्रम कानूनों में मज़दूर विरोधी बदलाव वापस लिए जाएं. किसानों को 3 लाख रुपये तक के ऋण माफ किया जाएं. प्रधानमंत्री केयर फंड से सभी राज्यों को राहत जारी की जाए और कोरोना काल में बीजेपी की ओर से की जा रही रैलियों पर रोक लगाई जाए. हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री की ओर से सरकारी खर्चे व बैनर तले की जा रही पार्टी की विधानसभा वर्चुअल रैलियां भी रोकी जाए.

Last Updated : Jul 6, 2020, 11:21 AM IST
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