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बेसहारा पशुओं को मिलेगा सहारा, करसोग के सेरी में गौ सदन बनकर तैयार

करसोग में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को जल्द ही उनका ठिकाना मिलने जा रहा है. ब्लॉक कार्यालय ने एक एनजीओ के साथ एग्रीमेंट भी साइन कर दिया है. इसके तहत बेसहारा पशुधन को जल्द ही गौ सदन में शिफ्ट किया जाएगा.

Cowshed built in Karsog for destitute animals
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Published : Aug 11, 2020, 5:09 PM IST

करसोग: जिला मंडी के करसोग में सड़कों पर बेसहारा पशुओं को अब जल्द की सहारा मिलेगा. उपमंडल के सेरी पंचायत में गौ सदन बनकर तैयार है, गौ सदन को चलाने के लिए ब्लॉक कार्यालय ने एक एनजीओ के साथ एग्रीमेंट भी साइन कर दिया है. अब सड़कों पर बेसहारा घूम रहे पशुधन को जल्द ही गौ सदन में शिफ्ट किया जाएगा.

इस बारे में एनजीओ को भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. हालांकि गौ सदन में अभी 20 के करीब पशु को रखे जाने की व्यवस्था है, ऐसे में इसमें और अधिक पशु रखे जा सकें इसके लिए गौ सदन का विस्तार किया जाएगा. जिसके लिए विकासखंड की ओर से करीब 30 लाख का एस्टिमेट सरकार को भेजा गया है. यहां से मंजूरी मिलते ही गौ सदन का विस्तार होगा, जिससे गौ सदन में और अधिक बेसहारा पशुओं को ठिकाना मिल सकता है. विकासखंड की ओर से गौ सदन निर्माण पर करीब 11 लाख का खर्च किया गया है.

वीडियो रिपोर्ट.

करसोग में सौ के करीब बेसहारा पशु:

करसोग में सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. सब डिविजनल वेटरनरी हॉस्पिटल करसोग की ओर से जुटाए गए आंकड़े के मुताबिक विभिन्न क्षेत्रों में 100 बेसहारा पशु सड़कों में घूम रहे हैं. जिस कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों पर झुंड बनाकर घूम रहे बेसहारा पशुओं के कारण हमेशा दुर्घटना का भी अंदेशा बना रहता है. सड़कों के किनारे खड़े किए गए टू व्हीलरों को भी यह पशु कई बार गिरा देते हैं. यही नहीं रात के वक्त खेतों में घुसकर यह बेसहारा पशु फसलों को तबाह कर रहे हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा. अब पशुओं को गौ सदन में ठिकाना मिलने के बाद किसानों की परेशानी कुछ कम हो सकती है.

पशु पालन विभाग करेगा टैगिंग:

बेसहारा पशुओं जैसे ही सेरी पंचायत में स्थित गौ सदन में शिफ्ट किया जाएगा, इस दौरान पशु पालन विभाग सभी पशुओं की टैगिंग भी करेगा, ताकि ऐसे पशुओं का रिकॉर्ड रह सके. गौ सदन में पशुओं की वैक्सीनेशन भी होगी, इसके अतिरिक्त गौ सदन में पशुओं का नियमित तौर पर भी स्वास्थ्य जांच की जाएगी.

करसोग में अगर और भी गौ सदन बनाए जाते हैं तो सड़कों पर बेसहारा घूम रहे पशुओं की संख्या में कमी आएगी. इससे सड़क हादसों पर अंकुश लगने के साथ खेतों में खड़ी फसल भी बर्बाद होने से बच सकती हैं.

करसोग सब डिविजनल वेटरनरी हॉस्पिटल के सीनियर वेटरनरी ऑफिसर डॉ. रविंद्र कुमार का कहना है कि गौ सदन में पशुओं को शिफ्ट करने के साथ ही इन पशुओं की टेंगिंग भी की जाएगी. इस दौरान पशुओं की वेक्सिनेशन भी की जाएगी.

बीडीओ करसोग भवनेश चड्डा ने बताया कि सेरी में 11 लाख की लागत से गौ सदन बनकर तैयार हैं. अब जल्द ही इसमें पशुओं को शिफ्ट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए एनजीओ के साथ एमओयू भी साइन किया गया है.

ये भी पढ़ें: 100 करोड़ से बनेगा स्मार्ट सिटी इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर: सांसद किशन कपूर

करसोग: जिला मंडी के करसोग में सड़कों पर बेसहारा पशुओं को अब जल्द की सहारा मिलेगा. उपमंडल के सेरी पंचायत में गौ सदन बनकर तैयार है, गौ सदन को चलाने के लिए ब्लॉक कार्यालय ने एक एनजीओ के साथ एग्रीमेंट भी साइन कर दिया है. अब सड़कों पर बेसहारा घूम रहे पशुधन को जल्द ही गौ सदन में शिफ्ट किया जाएगा.

इस बारे में एनजीओ को भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. हालांकि गौ सदन में अभी 20 के करीब पशु को रखे जाने की व्यवस्था है, ऐसे में इसमें और अधिक पशु रखे जा सकें इसके लिए गौ सदन का विस्तार किया जाएगा. जिसके लिए विकासखंड की ओर से करीब 30 लाख का एस्टिमेट सरकार को भेजा गया है. यहां से मंजूरी मिलते ही गौ सदन का विस्तार होगा, जिससे गौ सदन में और अधिक बेसहारा पशुओं को ठिकाना मिल सकता है. विकासखंड की ओर से गौ सदन निर्माण पर करीब 11 लाख का खर्च किया गया है.

वीडियो रिपोर्ट.

करसोग में सौ के करीब बेसहारा पशु:

करसोग में सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. सब डिविजनल वेटरनरी हॉस्पिटल करसोग की ओर से जुटाए गए आंकड़े के मुताबिक विभिन्न क्षेत्रों में 100 बेसहारा पशु सड़कों में घूम रहे हैं. जिस कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों पर झुंड बनाकर घूम रहे बेसहारा पशुओं के कारण हमेशा दुर्घटना का भी अंदेशा बना रहता है. सड़कों के किनारे खड़े किए गए टू व्हीलरों को भी यह पशु कई बार गिरा देते हैं. यही नहीं रात के वक्त खेतों में घुसकर यह बेसहारा पशु फसलों को तबाह कर रहे हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा. अब पशुओं को गौ सदन में ठिकाना मिलने के बाद किसानों की परेशानी कुछ कम हो सकती है.

पशु पालन विभाग करेगा टैगिंग:

बेसहारा पशुओं जैसे ही सेरी पंचायत में स्थित गौ सदन में शिफ्ट किया जाएगा, इस दौरान पशु पालन विभाग सभी पशुओं की टैगिंग भी करेगा, ताकि ऐसे पशुओं का रिकॉर्ड रह सके. गौ सदन में पशुओं की वैक्सीनेशन भी होगी, इसके अतिरिक्त गौ सदन में पशुओं का नियमित तौर पर भी स्वास्थ्य जांच की जाएगी.

करसोग में अगर और भी गौ सदन बनाए जाते हैं तो सड़कों पर बेसहारा घूम रहे पशुओं की संख्या में कमी आएगी. इससे सड़क हादसों पर अंकुश लगने के साथ खेतों में खड़ी फसल भी बर्बाद होने से बच सकती हैं.

करसोग सब डिविजनल वेटरनरी हॉस्पिटल के सीनियर वेटरनरी ऑफिसर डॉ. रविंद्र कुमार का कहना है कि गौ सदन में पशुओं को शिफ्ट करने के साथ ही इन पशुओं की टेंगिंग भी की जाएगी. इस दौरान पशुओं की वेक्सिनेशन भी की जाएगी.

बीडीओ करसोग भवनेश चड्डा ने बताया कि सेरी में 11 लाख की लागत से गौ सदन बनकर तैयार हैं. अब जल्द ही इसमें पशुओं को शिफ्ट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए एनजीओ के साथ एमओयू भी साइन किया गया है.

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