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कोरोना संक्रमितों के लिए वरदान साबित हो रहा फारेस्ट ट्रेनिंग सेंटर, 17 दिनों में 22 मरीज हुए ठीक - फारेस्ट ट्रेनिंग सेंटर

सुंदरनगर के फॉरेस्ट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट करनौडी में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में सिर्फ 17 दिनों में 22 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं. इस कोविड केयर सेंटर में जिलाभर से अब तक 50 संक्रमित आ चुके हैं और इसमें वर्तमान में 28 लोग मौजूद हैं.

फॉरेस्ट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट
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Published : Aug 19, 2020, 3:10 PM IST

सुंदरनगर/मंडी: कोरोना महामारी में सुंदरनगर के फॉरेस्ट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट करनौडी को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए यह कोविड केयर सेंटर वरदान साबित हो रहा है. इस कोविड केयर सेंटर में सिर्फ 17 दिनों में 22 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं. इस कोविड केयर सेंटर में जिलाभर से अब तक 50 संक्रमित आ चुके हैं और इसमें वर्तमान में 28 लोग मौजूद हैं. इनमें 24 पुरुष और 4 महिला मरीज शामिल हैं. इनमें एक गर्भवती महिला शामिल है, जो समैला से ही संबंधित है.

वहीं, समैला से एक 9 साल की बच्ची भी कोरोना पॉजिटिव है. कोविड केयर सेंटर सुंदरनगर में कुल 30 कोरोना संक्रमित मरीजों के ठहरने की व्यवस्था है. प्रशासन की ओर से अब डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में मरीजों के खाने के लिए मेस भी शुरू की गई है. इस सेंटर में 2 डाक्टर, 2 फार्मासिस्ट, 3 सफाई कर्मचारी और 2 पुलिसकर्मी शिफ्ट के आधार पर 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

क्या कहते हैं सेंटर के नोडल अधिकारी

इस सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. अरूण चंदेल ने कहा कि सेंटर में कार्यरत स्टाफ एक बार में ड्यूटी के दौरान 21 दिनों के लिए अपने परिवार से दूर रहते हैं. उन्होंने कहा कि स्टाफ 7 दिन तक ड्यूटी देता है और 14 दिन के लिए क्वारंटीन पर रखा जाता है. क्वारंटीन के दौरान 10वें दिन स्टाफ का कोविड-19 सैंपल लिया जाता है. उन्होंने कहा कि डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट्स, एन-95 मास्क, हैंड सैनिटाइजर मौजूद हैं.

सेंटर में उपलब्ध सभी सुविधाएं

डॉ. अरूण चंदेल ने कहा कि सेंटर में दिन में दो बार सोडियम हाइपो क्लोराइड से सेनिटाइजेशन की जाती है. कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के लिए कमरे के बाहर घूमने के लिए बालकनी भी है. सेंटर में कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए निर्धारित दवाइयां भी मौजूद है. चंदेल ने कहा कि सेंटर में कोरोना संक्रमित मरीज के आने और जाने के समय सेनिटाइजेशन की जाती है.

सेंटर में स्वास्थ्यवर्धक माहौल

डॉ. अरूण ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीज के पॉजिटिव आने के 10 दिनों बाद उसका कोविड-19 टेस्ट के लिए सैंपल लिया जाता है. उन्होंने कहा कि सेंटर में मरीजों को स्वास्थ्यवर्धक माहौल दिया जाता है. इसमें मरीजों को आराम से और चिंता मुक्त रखा जाता है. मरीजों को पूरी तरह से नींद लेने व मेडिटेशन करने की भी हिदायत दी जाती है. उन्होंने कहा कि सेंटर में मरीजों को 3 समय प्रोटीन से भरपूर डाइट दी जाती है. डाइटचार्ट के आधार पर मरीजों के लिए खाना बनाया जाता है.

हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए सुविधा

अरूण चंदेल ने कहा कि डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर सुंदरनगर में अभी तक कोरोना संक्रमण के एसिम्टोमैटिक मरीज ही आए हैं, लेकिन कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों को भी रखा जा सकता है. उन्हें डेडिकेटेड कोविड अस्पताल नेरचौक भेजे बिना यहीं स्वास्थ्य लाभ मिला सकता है. उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मरीज, जिसे कम से कम 94 प्रतिशत आक्सीजन की सप्लाई हो रही है, उसे इलाज के लिए रखा जा सकता है.

पढ़ें: हिमाचल में बनी 11 दवाओं के सैंपल फेल

सुंदरनगर/मंडी: कोरोना महामारी में सुंदरनगर के फॉरेस्ट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट करनौडी को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए यह कोविड केयर सेंटर वरदान साबित हो रहा है. इस कोविड केयर सेंटर में सिर्फ 17 दिनों में 22 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं. इस कोविड केयर सेंटर में जिलाभर से अब तक 50 संक्रमित आ चुके हैं और इसमें वर्तमान में 28 लोग मौजूद हैं. इनमें 24 पुरुष और 4 महिला मरीज शामिल हैं. इनमें एक गर्भवती महिला शामिल है, जो समैला से ही संबंधित है.

वहीं, समैला से एक 9 साल की बच्ची भी कोरोना पॉजिटिव है. कोविड केयर सेंटर सुंदरनगर में कुल 30 कोरोना संक्रमित मरीजों के ठहरने की व्यवस्था है. प्रशासन की ओर से अब डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में मरीजों के खाने के लिए मेस भी शुरू की गई है. इस सेंटर में 2 डाक्टर, 2 फार्मासिस्ट, 3 सफाई कर्मचारी और 2 पुलिसकर्मी शिफ्ट के आधार पर 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

क्या कहते हैं सेंटर के नोडल अधिकारी

इस सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. अरूण चंदेल ने कहा कि सेंटर में कार्यरत स्टाफ एक बार में ड्यूटी के दौरान 21 दिनों के लिए अपने परिवार से दूर रहते हैं. उन्होंने कहा कि स्टाफ 7 दिन तक ड्यूटी देता है और 14 दिन के लिए क्वारंटीन पर रखा जाता है. क्वारंटीन के दौरान 10वें दिन स्टाफ का कोविड-19 सैंपल लिया जाता है. उन्होंने कहा कि डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट्स, एन-95 मास्क, हैंड सैनिटाइजर मौजूद हैं.

सेंटर में उपलब्ध सभी सुविधाएं

डॉ. अरूण चंदेल ने कहा कि सेंटर में दिन में दो बार सोडियम हाइपो क्लोराइड से सेनिटाइजेशन की जाती है. कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के लिए कमरे के बाहर घूमने के लिए बालकनी भी है. सेंटर में कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए निर्धारित दवाइयां भी मौजूद है. चंदेल ने कहा कि सेंटर में कोरोना संक्रमित मरीज के आने और जाने के समय सेनिटाइजेशन की जाती है.

सेंटर में स्वास्थ्यवर्धक माहौल

डॉ. अरूण ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीज के पॉजिटिव आने के 10 दिनों बाद उसका कोविड-19 टेस्ट के लिए सैंपल लिया जाता है. उन्होंने कहा कि सेंटर में मरीजों को स्वास्थ्यवर्धक माहौल दिया जाता है. इसमें मरीजों को आराम से और चिंता मुक्त रखा जाता है. मरीजों को पूरी तरह से नींद लेने व मेडिटेशन करने की भी हिदायत दी जाती है. उन्होंने कहा कि सेंटर में मरीजों को 3 समय प्रोटीन से भरपूर डाइट दी जाती है. डाइटचार्ट के आधार पर मरीजों के लिए खाना बनाया जाता है.

हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए सुविधा

अरूण चंदेल ने कहा कि डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर सुंदरनगर में अभी तक कोरोना संक्रमण के एसिम्टोमैटिक मरीज ही आए हैं, लेकिन कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों को भी रखा जा सकता है. उन्हें डेडिकेटेड कोविड अस्पताल नेरचौक भेजे बिना यहीं स्वास्थ्य लाभ मिला सकता है. उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मरीज, जिसे कम से कम 94 प्रतिशत आक्सीजन की सप्लाई हो रही है, उसे इलाज के लिए रखा जा सकता है.

पढ़ें: हिमाचल में बनी 11 दवाओं के सैंपल फेल

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