मंडी: हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सोमवार को मंडी जिले में सरकार की तरफ से आयोजित पुनर्वास कार्यक्रम में पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को राहत राशि की पहली किस्त जारी की. वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सभी अधिकारियों को जमीन तलाशने के निर्देश दे दिए गए हैं. जल्द ही सभी प्रभावितों को जमीन आबंटित कर दी जाएगी. सरकार ने प्रभावितों के साथ जो वायदे किए हैं उन्हें सरकार पूरा कर रही है. राहत राशि में पहली बार इतनी ज्यादा बढ़ोतरी की गई है.
दरअसल, मुख्यमंत्री ने कहा कि जमीन भी जल्द ही उपलब्ध करवाई जाएगी. सरकार प्रभावितों के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सुविधा देने का प्रयास कर रही है. वहीं, बालीचौकी उपमंडल के दुनी चंद और पधर उपमंडल के जय सिंह सहित अन्य प्रभावितों ने बताया कि उनके पास घर बनाने के लिए जमीन ही नहीं बची है. सारी जमीन आपदा की भेंट चढ़ गई है. सरकार ने आपदा राहत के तहत राशि में जो बढ़ोतरी की है वो एक सराहनीय कदम है और इसके लिए हम सरकार का आभार जताते हैं, लेकिन बेहतर होता कि सरकार पैसों से पहले जमीन दे देती.
प्रभावितों का कहना है कि जब जमीन ही नहीं बची है तो फिर दिए गए पैसों से घर कहां पर बनाएंगे. सरकार से निवेदन है कि जल्द से जल्द जमीन उपलब्ध करवाई जाए ताकि जो राशि दी गई है उसे गृह निर्माण पर खर्च करके घरौंदा बना सकें. अभी हम दूसरों के पास रहने को मजबूर हैं. प्रभावितों ने दर्द बयां करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी बेहतर होता कि पैसों से पहले जमीन दे देते, अब आप ही बताओ की हम घर कहां बनाएं.
बता दें कि आपदा के कारण अधिकतर प्रभावित ऐसे हैं, जिनके पास घर बनाने के लिए जमीन ही नहीं बची है. यह लोग सरकार के पास जमीन को लेकर टकटकी लगाए बैठे हैं. जब तक इन्हें जमीन नहीं मिलेगी तब तक यह दूसरों के पास या फिर किराए के कमरों में ही गुजारा करने को मजबूर रहेंगे.
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