मंडी: हिमाचल प्रदेश के लिए कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर एक बड़ी खबर आई है. प्रदेश में पहली बार कोरोना संक्रमण के एक मामले में ब्रिटेन स्ट्रेन की पुष्टि हो गई है. अब हिमाचल प्रदेश में कोरोना के खतरनाक ब्रिटेन स्ट्रेन का मामला सामने आ गया है.
इससे सूबे के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और लोगों की चिंताएं अब बढ़ गई हैं. इस मामले की रिपोर्ट एनसीडीसी दिल्ली की लैब से आ गई है. दिल्ली की एनसीडीसी यानी नेशनल सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल लैब में सोलन की महिला डॉक्टर का सैंपल भेजा गया था. सैंपल 12 मार्च को भेजा गया था,जिसकी रिपोर्ट सोमवार को राज्य के स्वास्थ्य विभाग को मिल गई है.
हालांकि सोलन की ये महिला डॉक्टर स्वस्थ हैं. उन्हें कोरोना की दोनों डोज मिल चुकी थी, लेकिन वे पॉजिटिव आई थीं. सोलन से उनका सैंपल दिल्ली भेजा गया था. इसी तरह एक सैंपल देहरा से भी गया था. देहरा का युवक यूके से लौटा था, हालांकि उसकी रिपोर्ट नेगेटिव है.
मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है
इस तरह प्रदेश में यूके स्ट्रेन का एक मामला हो गया है. अभी दिल्ली में हिमाचल से जीनों सिक्वेंस के 500 से अधिक सैंपल भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट आनी शेष है. बता दें कि यूके स्ट्रेन अभी तक हिमाचल में नहीं आया था. कोरोना की दूसरी लहर आने से प्रदेश में संक्रमण के केस भी लगातार बढ़ रहे हैं. प्रदेश में हालात यह है कि मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि देश सहित प्रदेश में कोरोना का नया स्ट्रेन आ चुका है और कई राज्यों इसकी मौजूदगी पाई जा रही है. उन्होंने कहा कि बीते कई दिनों से प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले इसका उदाहरण है.
लॉकडाउन के लिए कोई भी निर्णय नहीं लिया जा सकता
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर जो भी उचित कदम होंगे उठाए जाएंगे. उन्होंने प्रदेश में लॉकडाउन को लेकर कहा कि सरकार के लिए प्रदेश के लोगों के लिए अर्थव्यवस्था सबसे महत्वपूर्ण है इसलिए अभी लॉकडाउन के लिए कोई भी निर्णय नहीं लिया जा सकता है.
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