मंडी: प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खतरे के बादल मंडरा गए है. हवाई अड्डे के विरोध में बल्ह के किसानों सहित अन्य लोग एक मार्च को रोष रैली का आयोजन करने जा रहे हैं. बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ने एक मार्च को प्रस्तावित रैली के सफल आयोजन के लिए डडौर में रविवार को एक बैठक का आयोजन किया.
एक हफ्ते से चला है जन संपर्क अभियान
बैठक में संघर्ष समिति के सचिव नंद लाल वर्मा पिछले एक हफ्ते से चलाए जा रहे जन संपर्क अभियान के तहत 8 गांवों में हुई बैठकों की सफलता पर सभी ग्राम समिति सदस्यों का आभार व्यक्त किया.
सरकार ने किसानों को किया अनदेखा
बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष जोगिंदर वालिया ने बताया कि सरकार द्वारा बल्ह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को गैर उपजाऊ जमीन में बनाने कि मांग रखी गई. लेकिन सरकार द्वारा किसानों की बात को अनदेखा किया गया. जिसके चलते एकतरफा फैसले का विरोध किया गया.
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अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के कारण उपजाऊ जमीन पूरी तरह से तबाह
किसानों ने आम सहमति जताई कि राज्य सरकार, प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के कारण उपजाऊ जमीन को पूरी तरह से तबाह करने पर तुली है, जबकि अधिकतर आबादी दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक हैं. उन्होंने कहा कि उपजाऊ जमीन को बर्बाद होने से बचाया जाए.
जमीन के सर्किल रेट न के बराबर
दूसरी तरफ जमीन के सर्किल रेट इतने कम हैं कि उपजाऊ जमीन कौड़ियो के भाव जायेगी और भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को लागू करने व पुनर्वास, पुनर्स्थापना की कोई नीति नहीं है.
बंजर जगह बनाया जाये हवाई अड्डा
वालिया ने कहा कि वर्ष 2018 से लगातार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग कर रहे हैं कि प्रस्ताविक हवाई अड्डे को बंजर जगह बनाया जाए, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं की गई है. उन्होंने कमेटी के सभी सदस्यों से अपील करते हुए कहा है कि वे 1 मार्च को सुबह 11 बजे कंसा चौक से डडौर के प्रदर्शन में बढ़-चढ़ कर भाग लें और अपनी एकता का प्रदर्शन करें.
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