करसोग/मंडी: मानसून सीजन में कई स्थानों पर हो रही बारिश से सतलुज नदी में गाद की समस्या बढ़ गई है. इस समस्या ने निपटने के लिए अब कभी भी नाथपा-झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन को बंद किया जा सकता है. ऐसे में नाथपा बांध के रेडियल गेट्स के माध्यम से 1500 क्यूमेक्स के अतिरिक्त पानी को छोड़ा जा सकता है, इससे सतलुज नदी में जल स्तर काफी बढ़ जाएगा.
आपदा प्रवंधन कमेटी मंडी की ओर से लोगों को सतलुज नदी के तट से दूर रहने की सलाह दी गई है. उपमंडल में सतलुज नदी के किनारे बसे लोगों को भी सुरक्षित जगह तलाशने के निर्देश जारी किए गए हैं. प्रशासन ने संबंधित राजस्व अधिकारियों सहित पंचायत प्रनिधियों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. राजस्व अधिकारियों को इस बारे में लोगों को सूचित करने को भी कहा गया है.
इन क्षेत्रों के लोग बरते अधिक सतर्कता
करसोग उपमंडल के कुछ क्षेत्र एकदम सतलुज नदी के साथ सटे हैं, ऐसे में नदी में जलस्तर बढ़ने से इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ सकती है. प्रशासन ने ऐसे क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को आपदा से बचाने के लिए सुरक्षित जगह जाने को कह दिया है.
करसोग में तत्तापानी सहित, थली, बिंदला, परलोग, बालडी और मुंगना आदि क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए हैं. इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अगले कुछ दिनों तक नदी के तट से दूर रहने को कह दिया है.
नायब तहसीलदार करसोग सार्थक शर्मा ने बताया कि सतलुज नदी में गाद बढ़ जाने से नाथपा झाकरी हाइड्रो पवार स्टेशन से कभी भी पानी छोड़ा जा सकता है. जिससे सतलुज के किनारे पानी का जलस्तर बढ़ सकता है. उन्होंने कहा कि नदी के साथ बसे लोगों आपदा से बचाने के लिए सतलुज से उचित दूरी बमाने की अपील की है.
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