मंडी: आत्म निर्भर मंडी अभियान के तहत जंजहैली क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए मंगलवार को अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल की अध्यक्षता में बीडीओ कार्यालय जंजहैली में स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि जंजहैली और इसके आसपास के क्षेत्र गोहर और सिराज वैली में आयुर्वेदिक व हर्बल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे.
उन्होंने बताया कि स्थानीय होटलों में अरोमा थैरेपी को आरम्भ करवाया जाएगा, ताकि यहां आने वाले पर्यटक अरोमा थैरेपी से स्वास्थ्य लाभ भी उठा सकें. उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास रहेगा कि क्षेत्र में हर्बल, आयुर्वेद उत्पाद और ऑरोमेटिक तेल इत्यादि की आपूर्ति करवाई जाए जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे. पर्यटकों को हर प्रकार से बेहतर सुविधा प्रदान कर इस क्षेत्र को आदर्श पर्यटन क्षेत्र के रूप में नई पहचान दिलवाई जाएगी.
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रशासन का प्रयास रहेगा कि क्षेत्र में हर्बल गार्डन भी विकसित किए जाएं और स्थानीय होटलों के साथ समन्वय स्थापित कर इन हर्बल गार्डन में बाहर से आने वाले पर्यटकों को भ्रमण भी करवाया जाए. उन्होंने कहा कि कमरूनाग से शिकारी देवी मन्दिर क्षेत्र में ईको टूरिज्म, हर्बल गार्डन, कैम्पिंग के लिए स्थल चयनित कर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रशासनिक स्तर पर हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे.
उन्होंने स्थानीय बीडीओ को निर्देश दिए कि युवाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए उन्हें मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें, ताकि इस योजना से जुड़कर युवा क्षेत्र के विकास के साथ-साथ अपनी पारिवारिक आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करने में सक्षम बन सकें.
अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के साथ-साथ स्थानीय उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाएगा. मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा ताकि क्षेत्र के युवाओं को उनके घरद्वार पर रोजगार के अवसर मुहैया करवाए जा सकें.