मंडी: लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे आश्रय शर्मा ने हिमाचल के चारों सांसदों की ओर से आठ माह में सांसद निधि न खर्चने पर चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि यह हिमाचल की जनता के साथ नाइंसाफी ही है कि प्रदेश की जनता ने पीएम मोदी के नाम पर हिमाचल के चार सांसदों को भारी समर्थन दिया, जिनमें से एक केंद्रीय राज्य मंत्री भी बने.
आश्रय शर्मा ने हैरानी जताई है कि आठ महीने के दौरान हिमाचल के चारों सांसद अपनी सांसद निधि राशि का सदुपयोग अभी तक नहीं कर पाए हैं. उन्होंने कहा कि मंडी से सांसद रामस्वरूप शर्मा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सांसद रामस्वरूप शर्मा के पास इलाके का विकास करवाने के लिए फुर्सत नहीं है. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि यह पूरा दिन रात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की स्तुति गान करते हैं, लेकिन काम के नाम पर पूरी तरह फिसड्डी साबित हुए हैं.
आश्रय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता के एजेंडे पर काम करती है. मंडी लोकसभा क्षेत्र प्रदेश के सबसे दुर्गम व ट्राइबल इलाकों में से एक माना जाता है और यहां पर विकास की जरूरत हर विधानसभा, गांव और पंचायत स्तर पर है, लेकिन पीएम मोदी के नाम पर दूसरी बार चुने हुए प्रतिनिधि रामस्वरूप शर्मा किसी भी तरह का विकास करवाने में पूरी तरह विफल नजर आ रहे हैं.
आश्रय शर्मा ने कहा कि जनता का 20 करोड़ रूपये वापस हो जाएगा. यह सीधे तौर पर जनता का नुकसान है आश्रय ने कहा कि इस मुद्दे को जनता के बीच में ले जाएंगे और जनता के हक की लड़ाई लड़ी जाएगी. आश्रय ने आरोप लगाया कि कोटली कॉलेज के लिए जारी हुई पहली किश्त 75 लाख रुपये को डायवर्ट किया गया है. उन्होंने सदर की जनता के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है.
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