सुंदरनगर: जिला मंडी के सुंदरनगर का एक प्रवासी परिवार सड़क हादसे में घायल हुए अपने 7 वर्षीय बेटे का इलाज करवाने में असमर्थ है. घायल बेटे का इलाज करवाने के लिए परिवार के पास पैसा नहीं है. बेटी की शादी के लिए पिता ने जो पैसा बचा कर रखा था, वह भी बेटे के इलाज पर खर्च हो गया है. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. माता-पिता घर के चिराग का कोमा से बाहर निकलने का इंतजार कर रहे हैं.
क्या है मामला
बता दें कि 16 दिसंबर को सुंदरनगर के ललित चौक से एमएलएसएम कॉलेज सड़क मार्ग पर एक बाइक सवार ने दोस्तों के साथ लगाई गई बाइक रेस के दौरान दो प्रवासी बच्चों को टक्कर मार दी थी. हादसे में दो भाई सन्नी और समीर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. हादसे में 7 वर्षीय सन्नी की हालत गंभीर होने के कारण उसे पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया था.
कोमा में होने पर पीजीआई चंडीगढ़ में चल रहा इलाज
कोमा होने के कारण डॉक्टरों की देख-रेख में सन्नी का इलाज चल रहा है. सुंदरनगर पुलिस ने बाईक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ हुआ नहीं है. पुलिस के मुताबिक कोर्ट में चालान पेश किया जा रहा है.
वहीं, सुंदरनगर प्रशासन ने भी 7 हजार देकर पल्ला छुड़वा लिया है. एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान ने परिवार की और मदद करने का आश्वासन दिया है. दुर्घटना में अन्य घायल समीर को सिविल अस्पताल से उपचार के बाद घर भेज दिया गया है, लेकिन दूसरे बच्चे की चंडीगढ़ में हालत नाजुक बनी हुई है. परिवार का सारा पैसा इलाज में खर्च हो चुका है.
परिवारजन अपनी पूरी जमा पूंजी बेटे के इलाज पर खर्च कर चुके हैं. अब परिवार ने अब बेटे के इलाज के लिए प्रदेश सरकार से इलाज की गुहार लगाई है. एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान ने कहा कि पीड़ित परिवार को रेडक्रॉस के माध्यम से भी मदद की जााएगी. उन्होंने कहा कि तुरंत राहत के तौर पर 7 हजार की मदद कर दी गई है. वहीं, मामले को लेकर एसएचओ सुंदरनगर कमल कांत का कहना है कि बाइक चालक के खिलाफ लापरवाही और तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज कर कोर्ट में चालान पेश किया जा रहा है.