करसोग: उपमंडल करसोग के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के गांव को सड़क सुविधा से जोड़ने की दूरगामी सोच का नतीजा है कि करसोग की 34,852 आबादी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का लाभ उठा रही है.
उपमंडल के दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले किसान और बागवान सड़क सुविधा से जुड़ने के बाद अपनी फसल प्रदेश सहित देश की बड़ी मंडियों में बिना किसी परेशानी के पहुंचा रहे हैं. उपमंडल में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तक अब तक कुल 55 सड़कों का निर्माण किया जा चुका है. इसमें कई सड़कों का फेज-टू का कार्य भी पूरा हो चुका है. जिससे 168 गांव में लोग घरद्वार पर सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं.
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी अधिकतर सड़कों पर सरकार लोगों को परिवहन सुविधा का दे रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क सुविधा मिलने से मरीजों को अस्पताल पहुंचना भी आसान हुआ है. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना किसी वरदान से कम नहीं है.
अटल बिहारी वाजपेयी ने देखा था सपना:
केंद्र सरकार ने 25 दिसंबर 2000 को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत की थी. इस योजना का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को सड़कों से जोड़ना है. तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सड़क सुविधा से वंचित गांव को सड़कों से जोड़ने योजना बनाई थी और इसका नाम प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना रखा गया.
आज इसी योजना का सबसे बड़ा लाभ गांवों को हुआ है, जहां किसान अब सड़क सुविधा से जुड़ने से अपनी फसल बिना किसी परेशानियों के सीधे बड़ी मंडियों बेच रहे हैं. यही नहीं इन सड़कों में बस सेवा शुरू होने से भी ग्रामीण क्षेत्रों के लोग लाभ उठा रहे हैं.
पीडब्ल्यूडी करसोग डिवीजन के अधिशाषी अभियंता अरविंद भारद्वाज का कहना है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कुल 55 सड़कों का निर्माण किया गया है. जिससे करसोग डिवीजन में 168 गांव सड़क सुविधा से जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में 34 हजार से अधिक की आबादी सड़क सुविधा का लाभ उठा रही है.
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