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इस ब्लॉक की 54 में से 51 पंचायतों में कोरम नहीं हुआ पूरा, ये रही इसकी वजह

बीडीओ ऑफिस की पूरी तैयारियों के बाद भी लोग बैठक में भाग लेने नहीं पहुंचे, जिससे करसोग ब्लॉक की 51 पंचायतों में कोरम पूरा नहीं हुआ है.

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Published : Aug 15, 2019, 9:18 PM IST

करसोग: विकासखंड करसोग में कोरम पूरा न होने से लोगों को ग्राम सभा की बैठक में एक बार फिर निराशा हाथ लगी है. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर करसोग की 54 पंचायतों में ग्राम सभा की बैठक आयोजित की गई, लेकिन चिंता की बात है कि बीडीओ ऑफिस की पूरी तैयारियों के बाद भी लोग बैठक में भाग लेने नहीं पहुंचे, जिससे 51 पंचायतों में कोरम पूर्ण नहीं हुआ.


कुछ जागरूक लोग ग्राम सभा की बैठक में हिस्सा लेने गए थे उन्हें निराश ही खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. इन पंचायतों में लोग मनरेगा की शेल्फ में करोड़ों के काम डालने से भी रह गए. स्वतंत्रता दिवस के दिन ही रक्षाबंधन पर्व कोरम पूरा न होने का भी एक कारण माना जा रहा है. ऐसे में अब इन पंचायतों के लोगों को अगली बैठक के लिए 15 दिन और इंतजार करना होगा.


बता दें कि मनरेगा के तहत ये शेल्फे अगले वित्त वर्ष 2020-21 के लिए डाली जानी थी. करसोग ब्लॉक में चालू वित्त वर्ष में मनरेगा के अंतर्गत 103 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ है.


तीन पंचायतों में कोरम पूरा, बीपीएल सूची से कटे 7 अपात्र लोग
मनरेगा की शेल्फे डलने के साथ ग्राम की बैठक में बीपीएल सूची की भी समीक्षा होनी थी. 15 अगस्त को करसोग ब्लॉक की सिर्फ 3 पंचायतों ठाकुरठाणा, शोरशन और शाहोट में ही कोरम पूर्ण हुआ. इस दौरान ठाकुरठाणा और शोरशन में 7 अपात्र परिवारों के नाम बीपीएल सूची से काटे गए और फिर ग्राम सभा की मंजूरी से इतने ही पात्र लोगों के नए नाम सूची में डाले गए. शाहोट पंचायत में कोई भी नाम बीपीएल की सूची से नहीं काटा गया. यहां पंचायत में नए सिरे से बीपीएल सर्वे करवाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया है.


15 दिन बाद फिर होगी बैठक: बीडीओ
बीडीओ करसोग राजेंद्र सिंह तेजटा का कहना है कि जिन पंचायतों में कोरम पूरा नहीं हुआ है, ऐसी सभी पंचायतों में अब 15 दिन बाद फिर से ग्राम सभा की बैठक रखी गई है.

करसोग: विकासखंड करसोग में कोरम पूरा न होने से लोगों को ग्राम सभा की बैठक में एक बार फिर निराशा हाथ लगी है. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर करसोग की 54 पंचायतों में ग्राम सभा की बैठक आयोजित की गई, लेकिन चिंता की बात है कि बीडीओ ऑफिस की पूरी तैयारियों के बाद भी लोग बैठक में भाग लेने नहीं पहुंचे, जिससे 51 पंचायतों में कोरम पूर्ण नहीं हुआ.


कुछ जागरूक लोग ग्राम सभा की बैठक में हिस्सा लेने गए थे उन्हें निराश ही खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. इन पंचायतों में लोग मनरेगा की शेल्फ में करोड़ों के काम डालने से भी रह गए. स्वतंत्रता दिवस के दिन ही रक्षाबंधन पर्व कोरम पूरा न होने का भी एक कारण माना जा रहा है. ऐसे में अब इन पंचायतों के लोगों को अगली बैठक के लिए 15 दिन और इंतजार करना होगा.


बता दें कि मनरेगा के तहत ये शेल्फे अगले वित्त वर्ष 2020-21 के लिए डाली जानी थी. करसोग ब्लॉक में चालू वित्त वर्ष में मनरेगा के अंतर्गत 103 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ है.


तीन पंचायतों में कोरम पूरा, बीपीएल सूची से कटे 7 अपात्र लोग
मनरेगा की शेल्फे डलने के साथ ग्राम की बैठक में बीपीएल सूची की भी समीक्षा होनी थी. 15 अगस्त को करसोग ब्लॉक की सिर्फ 3 पंचायतों ठाकुरठाणा, शोरशन और शाहोट में ही कोरम पूर्ण हुआ. इस दौरान ठाकुरठाणा और शोरशन में 7 अपात्र परिवारों के नाम बीपीएल सूची से काटे गए और फिर ग्राम सभा की मंजूरी से इतने ही पात्र लोगों के नए नाम सूची में डाले गए. शाहोट पंचायत में कोई भी नाम बीपीएल की सूची से नहीं काटा गया. यहां पंचायत में नए सिरे से बीपीएल सर्वे करवाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया है.


15 दिन बाद फिर होगी बैठक: बीडीओ
बीडीओ करसोग राजेंद्र सिंह तेजटा का कहना है कि जिन पंचायतों में कोरम पूरा नहीं हुआ है, ऐसी सभी पंचायतों में अब 15 दिन बाद फिर से ग्राम सभा की बैठक रखी गई है.

Intro:बीडीओ ऑफिस की पूरी तैयारियों के बाद भी लोग बैठक में भाग लेने नहीं पहुंचे, जिससे 51 पंचायतों में कोरम पूर्ण नहीं हुआ, जिससे जो कुछ जागरूक लोग ग्राम सभा की बैठक में हिस्सा लेने गए थे उन्हें निराश ही खाली हाथ वापिस लौटना पड़ा। Body:इस ब्लॉक की 54 में से 51 पंचायतों में कोरम नहीं हुआ पूरा, ये रही इसकी वजह।
करसोग
करसोग विकासखंड में कोरम पूरा न होने से लोगों को ग्राम सभा की बैठक में एक बार फिर निराशा हाथ लगी है। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर करसोग की 54 पंचायतों में ग्राम सभा की बैठक आयोजित की गई, लेकिन चिंता की बात है कि बीडीओ ऑफिस की पूरी तैयारियों के बाद भी लोग बैठक में भाग लेने नहीं पहुंचे, जिससे 51 पंचायतों में कोरम पूर्ण नहीं हुआ, जिससे जो कुछ जागरूक लोग ग्राम सभा की बैठक में हिस्सा लेने गए थे उन्हें निराश ही खाली हाथ वापिस लौटना पड़ा। इन पंचायतों में लोग मनरेगा की शेल्फ में करोड़ों के काम डालने से भी रह गए। स्वतंत्रता दिवस के दिन ही रक्षाबंधन पर्व कोरम पूरा न होने का भी एक कारण माना जा रहा है। ऐसे में अब इन पंचायतों के लोगों को अगली बैठक के लिए 15 दिन और इंतजार करना होगा। मनरेगा के तहत ये शेल्फे अगले वित्त वर्ष 2020-21 के लिए डाली जानी थी। करसोग ब्लॉक में चालू वित्त वर्ष में मनरेगा के अंतर्गत 103 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ है।

तीन पंचायतों में कोरम पूरा, बीपीएल सूची से कटे 7 अपात्र लोग:
मनरेगा की शेल्फे डलने के साथ ग्राम की बैठक में बीपीएल सूची की भी समीक्षा होनी थी। 15 अगस्त को करसोग ब्लॉक की सिर्फ 3 पंचायतों ठाकुरठाणा, शोरशन और शाहोट में ही कोरम पूर्ण हुआ। इस दौरान ठाकुरठाणा और शोरशन में 7 अपात्र परिवारों के नाम बीपीएल सूची से काटे गए और फिर ग्राम सभा की मंजूरी से इतने ही पात्र लोगों के नए नाम सूची में डाले गाए। शाहोट पंचायत में कोई भी नाम बीपीएल की सूची से नहीं काटा गया। यहां पंचायत में नए सिरे से बीपीएल सर्वे करवाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया है।

15 दिन बाद फिर होगी बैठक: बीडीओ
बीडीओ करसोग राजेंद्र सिंह तेजटा का कहना है कि जिन पंचायतों में कोरम पूर्ण नहीं हुआ है, ऐसी सभी पंचायतों में अब 15 दिन बाद फिर से ग्राम सभा की बैठक रखी गई है।
Conclusion:जिन पंचायतों में कोरम पूर्ण नहीं हुआ है, ऐसी सभी पंचायतों में अब 15 दिन बाद फिर से ग्राम सभा की बैठक रखी गई है।
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