सराज/मंडी: मुख्यमन्त्री के विधानसभा हल्के सराज में जिला परिषद वार्डों के पुनर्सीमांकन का मामला अभी भी विवादों के घेरे में है. मिली जानकारी के अनुसार बालीचौकी विकास खण्ड के तहत आने वाली 4 पंचायतों थाचाधार, खौली, घाट व जुफरकोट पंचायतों को जिला परिषद के ब्रेउगी वार्ड में शामिल करने के विरोध में शुक्रवार को मंडलायुक्त मंडी के दरबार में एक पुनर्विचार याचिका दायर की गई है.
याचिका दायर करने वाले जिला परिषद सदस्य सन्त राम व स्थानीय बीडीसी राजू ठाकुर ने इस पुनर्सीमांकन को न केवल राजनीतिक आधार पर बालीचौकी क्षेत्र को विघटित करने वाला बताया है बल्कि इनका कहना है कि 2 अलग अलग विकास खंडों में बांटने से उनके विकास कार्य भी प्रभावित होंगे.
जिला परिषद सदस्य सन्त राम ने चुनाव आयोग के इस निर्णय को सत्ताधारी भाजपा के नेताओं के इशारे पर किया बताते हुए कहा कि इस पुनर्सीमांकन से जहां खलवाहन जिला परिषद के वार्ड को समाप्त किया गया. वहीं बालीचौकी विकास खण्ड की कुछ पंचायतों को ब्रेउगी कुछ को थाची और कुछ को एक अन्य वार्ड में शामिल कर दिया.
राजनीति का शिकार हो रहा बालीचौकी क्षेत्र
वहीं सराज कांग्रेस के नेता विजय पाल चौहान व बीडीसी राजू ठाकुर ने कहा कि जानबूझकर कर बालीचौकी क्षेत्र को तोड़ मरोड़ कर राजनीतिक रूप से इस क्षेत्र को कमजोर किया जा रहा है. विजय पाल ने कहा कि पुनर्सीमांकन के इस रूप ने मुख्यमंन्त्री के राजनीतिक भय को भी प्रदर्शित किया है कि किस तरह एक क्षेत्र विशेष के लोगों को राजनीतिक चालों से छिन्न भिन्न किया जा रहा है.
हालांकि इस मुद्दे को लेकर जयपाल चौहान को छोड़कर सराज कांग्रेस के किसी बड़े नेता ने खलवाहन वार्ड को समाप्त करने व बालीचौकी विकास खण्ड की इन 4 पंचायतों को ब्रेउगी में शामिल करने को लेकर किसी भी तरह की बयानवाजी नहीं की है.
इन 4 पंचायतों का एसडीएम कार्यलय थुनाग, खण्ड विकास कार्यलय, तहसील, पुलिस चौकी, कृषि बागवानी इत्यादि अधिंकाश कार्यालय बालीचौकी में है. इनके अलावा बिजली विभाग का उपमंडल कार्यलय कुल्लू जिला के बंजार में और लोनिवि विभाग का उपमंडल कार्यालय छतरी में पड़ता है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि चूकिं उनके अधिंकाश विभागीय कार्य बालीचौकी प्रशासनिक इकाई के तहत होते हैं, इसलिए उन्हें या तो थाची वार्ड में शामिल किया जाए या फिर 19 -19 हजार के 2 जिला परिषद वार्ड बनाकर उनमें शामिल किया जाए.