मंडी : जिला में कृषि विभाग की प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही हैं. योजना के तहत बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध होने से किसानों के खेत खलिहान लहलहाने से किसानों के चेहरे खुशी से चहक उठे हैं.
उपमण्डलीय भू-संरक्षण अधिकारी डॉ. नरेश ने बताया कि वर्ष 2019-20 में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत करीब 70 लाख की अनुदान राशि से 130 किसानों की 47 हेक्टेयर भूमि को बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई गई. योजना के तहत किसानों को जल भण्डारण टैंक और बोरवेल की सुविधा प्रदान की गई.
योजना के लाभार्थी खीमे राम ने बताया कि भू-संरक्षण विभाग की मदद से उन्होंने 52000 लीटर का जल भण्डारण टैंक बनवाया. इसमें जल स्रोत्र से पानी भी पहुंचाया गया. जिससे उनके साथ साथ आस पड़ोस के 15 लोग अपनी 22 बीघा जमीन में नगदी फसलें उगाकर अपनी आजीविका चला रहे हैं. योजना के एक और लाभार्थी बल्ह विधानसभा की ग्लमा पंचायत के ललित कुमार का कहना है कि उन्हें इस योजना के तहत 2.40 लाख की अनुदान की राशि मिली. विभाग की मदद से 60 हजार लीटर का भंडारण टैंक तैयार करवाया, जिससे आज इस सूखे क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो पाई. अब इस भूमि पर टमाटर, बैंगन, खीरा, घीया, करेले आदि नगदी फसले उगाकर परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे.
इस योजना से गांव के अन्य किसान भी लाभ उठा रहे हैं. उपमण्डलीय भू-संरक्षण अधिकारी का कहना है कि विभाग ने किसानों की सुविधा के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई. जिनमें प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के साथ साथ मुख्यत सौर सिंचाई योजना, जल से कृषि को बल व बहाव सिंचाई योजना मुख्य रूप से किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है.
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