कुल्लू/लाहौल स्पीति: हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला और इंडियन टूरिज्म हॉस्पिटैलिटी कांग्रेस द्वारा आयोजित चार दिवसीय कांफ्रेंस के दूसरे दिन शोधकर्ताओं ने सिस्सु में देश व हिमाचल प्रदेश में पर्यटन संभावनाओं को लेकर मंथन किया. इस दौरान सत्र के विशेष अतिथि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल रहे. (Vice Chancellor Sat Prakash Bansal)
देशभर से आए शिक्षाविदों और शोधार्थियों का कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन का सत्र सिस्सु लाहौल में हुआ. इस दौरान सत्र के विशेष अतिथि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल रहे. कुलपति ने कहा कि लाहौल स्पीती अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए देशभर में जाना जाता है. इस स्थान पर पर्यटन की अपार संभावनाएं है, जिससे लाहौल स्पीती को विश्वस्तर पर पहचान मिलेगी और स्थानीय ग्रामीणों के लिए रोजगार के अवसर मिलेंगे.
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इस दौरान उन्होंने कांफ्रेंस में आए सभी लोगों से भी कहा कि सभी लाहौल स्पीती के बारे कुछ कुछ अनुभव सांझा करें, ताकि सभी अनुभवों को एकत्रित करके उसे किताब का रूप दिया जाए. यह किताब यहां आने वाले पर्यटकों के लिए लाभदायी साबित होगी. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के प्रयासों से यहां कि खूबसूरती बरकरार है. इस दौरान देश विदेश से आए लगभग 150 लोगों को तकनीकी सत्र के साथ-साथ सिस्सु और मनाली भ्रमण के लिए ले जाया गया. कॉफ्रेंस के दूसरे दिन के सत्र में प्रो. संदीप, प्रो. दीपक राज , प्रो. प्रशांत गौतम ने भी लाहौल स्पीति में पर्यटन के संदर्भ अपनी बाते साझा की.