लाहौल-स्पीति: जिला लाहौल स्पीति के नाल्डा गांव के रहने वाले हर्ष ने 2 साल की कड़ी ट्रेनिंग के बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट का पद हासिल कर लिया है. बीते दिनों से चेन्नई में हुई पासिंग आउट परेड में हर्ष की तैनाती लेफ्टिनेंट के पद पर की गई है. कोविड संक्रमण के चलते चेन्नई में हुई पासिंग आउट परेड में जवानों के परिवार से कोई सदस्य शामिल नहीं हो सका. सेना में लेफ्टिनेंट बनकर लाहौल के हर्ष ने अपने स्वर्गीय माता-पिता का सपना साकार किया है. अब वह भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सीमाओं की रक्षा करेंगे.
2 साल की कड़ी ट्रेनिंग के बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट
गौर रहे कि हर्ष ने वर्ष 2019 में सीडीएस परीक्षा के जरिये लेफ्टिनेंट की परीक्षा पास की. लेकिन उनके साथ दर्दनाक पहलू यह रहा कि जब वह बीए प्रथम वर्ष में थे, तो एक सड़क हादसे में उनके सिर से माता-पिता का साया छिन गया. हर्ष की इस सफलता पर नालडा गांव व उनकी एयर इंडिया में बतौर क्रू मेंबर बड़ी बहन रितिका नलवा, पेशे से वकील प्रीतिका नलवा ने कहा कि इस कामयाबी के पीछे माता-पिता का आशिर्वाद व भाई हर्ष नलवा की कड़ी मेहनत है, जो आज वह इस मुकाम पर पहुंचा है.
देश की सीमाओं की करेंगे रक्षा
अब जल्द भारतीय सेना में शामिल होकर हर्ष देश की सीमाओं की रक्षा करेंगे. हर्ष ने डीएवी पब्लिक स्कूल धर्मपुर सोलन से प्राथमिक शिक्षा के बाद राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल धौलपुल राजस्थान से दसवीं की परीक्षा पास की. दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से अंग्रेजी में बीए ऑनर्स किया. साल 2019 में सीडीएस परीक्षा के जरिये लेफ्टिनेंट की परीक्षा पास की. साल 2016 में हर्ष जब बीए प्रथम वर्ष में थे तो एक सड़क हादसे में उनके माता-पिता का निधन हो गया.
ये भी पढ़ें- हिमाचल के बेटे-बेटियों का कमाल, कोई लेफ्टिनेंट तो कोई बना सब लेफ्टिनेंट