लाहौल स्पीति: जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में इस बार बारिश आफत बनकर बरसी है. लाहौल घाटी में जुलाई माह के अंत में भारी बारिश के चलते 62 किलोमीटर सड़क को जगह-जगह नुकसान पहुंचा. पांच पुल भी बादल फटने के कारण बाढ़ की चपेट में आए थे.
वहीं, उदयपुर उपमंडल में भी किसानों की फसलें खराब हुई थी. पुल न होने के कारण खेतों में ही कई लोगों को अपनी फसल छोड़नी पड़ी. ऐसे में अब मुख्यमंत्री ने किसानों को चार गुना मुआवजा देने की बात कही है. जिस पर स्थानीय विधायक एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त किया है.
मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि प्रशासन व सरकार की ओर से किसानों को मुआवजा दिया जा रहा था, लेकिन उसकी राशि काफी कम थी. ऐसे में उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस बारे में चर्चा की. मुख्यमंत्री ने भी लाहौल घाटी के किसानों की समस्या को देखते हुए इस मुआवजे की राशि को 4 गुना कर दिया है.
डॉ. रामलाल मारकंडा ने बताया कि यह मुआवजा भी अलग-अलग तरीके से दिया जाएगा. जिन किसानों की फसल पूरी तरह से खराब हो चुकी है, उन्हें चार गुना मुआवजा दिया जाएगा. जिन किसानों की जमीन बाढ़ में बह गई या फिर उनके खेत क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उसकी मरम्मत के लिए भी प्रदेश सरकार की ओर से धनराशि मुहैया करवाई जाएगी. लाहौल घाटी में साल में एक बार ही फसल उगती है. बरसात के कारण किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. अब प्रदेश सरकार किसानों के नुकसान की भरपाई करने जा रही है.
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