लौहाल स्पीति: जिला लाहौल स्पीति में बीते दिनों जहां बर्फबारी के चलते सड़कें यातायात के लिए प्रभावित हो गई थीं, तो वहीं अब घाटी के किसानों-बागवानों को भी बर्फबारी के चलते दिक्कतें पेश आने लगी है. लाहौल घाटी के किसानों के द्वारा अप्रैल माह में खेत कृषि कार्यों के लिए तैयार किए जाने लगे हैं. साथ ही खेतों में सब्जियों की पनीरी लगाने के लिए भी इसके पौधे तैयार की जा रही है, लेकिन बर्फबारी के चलते सब्जी के बीज और पौधे बर्फ के नीचे दबकर नष्ट हो रही है.
बर्फबारी से सड़कों पर फिसलन
हालांकि मौसम के साफ होते ही लाहौल घाटी के किसान अपने पॉलीहाउस और अन्य जगहों से बर्फ को हटाते हुए नजर आए. ताकि वे विभिन्न सब्जियों की पौधे को बचा सके. लेकिन अप्रैल माह में हो रही बर्फबारी के चलते किसान कृषि कार्यों के लिए लेट हो रहे हैं. इसके अलावा बर्फबारी के चलते लाहौल घाटी के कई संपर्क मार्गों पर अभी भी फिसलन का खतरा बना हुआ है. हालांकि बीआरओ के कर्मचारियों के द्वारा लाहौल घाटी के मुख्य सड़क मार्ग को बहाल कर दिया है और अन्य संपर्क मार्गों को बहाल करने के लिए भी डोजर की मदद ली जा रही है. ताकि घाटी के भीतर सड़कों पर वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सके.
किसान खुद तैयार कर रहे सब्जियों के बीज की पनीरी
घाटी के किसान रमेश, लोचन, दीपक का कहना है कि कृषि कार्यों के लिए अब किसान खेतों को तैयार कर रहे हैं और सब्जियों के बीज की पनीरी भी खुद तैयार की जा रही है. लेकिन बर्फबारी के चलते कई किसानों की पनीरी दब गई, जिसके चलते उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ा है.
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