लाहौल स्पीति: अटल टनल रोहतांग के खुल जाने से लाहौल घाटी में पर्यटन की सम्भावनाएं बहुत बढ़ गई हैं. वर्तमान में लाहौल घाटी में मात्र 3 हजार पर्यटकों के ठहरने की क्षमता है. जिले में पर्यटकों की संख्या को देखते हुए व लोगों को खेतीबाड़ी के साथ आय के अतिरिक्त साधन उपलब्ध करवाने के लिए जिला प्रशासन की पहल से होम-स्टे के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है.
इसी कड़ी में सिंगल विंडो के तहत केलंग में होम-स्टे पंजीकरण पर आयोजित 2 दिवसीय विशेष कार्यशाला का डीसी पंकज राय ने विधिवत शुभारंभ किया. उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि अटल टनल रोहतांग के खुल जाने से पर्यटन की अपार सम्भावनाएं बनी हैं, आज स्नो फेस्टिवल को हिस्सा बनाते हुए होमस्टे रजिस्ट्रेशन के लिए सिंगल विंडो के तहत एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं.
मार्च महीने में होमस्टे योजना पर कार्यशाला आयोजित
पंकज राय ने बताया कि स्नो फेस्टिवल मनाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि विंटर टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाए और घाटी की समृद्ध संस्कृति को भारत व विश्व मानचित्र पर लाए. इसी के तहत तहत होमस्टे रजिस्ट्रेशन करवाकर लोगों को लाभ पहुंचाया जाए. उन्होंने बताया कि मार्च महीने में होमस्टे योजना पर विशेषज्ञ बुलाकर कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी.
'स्नो फेस्टिवल' लाहौल के पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण पहल
राय ने बताया कि 'स्नो फेस्टिवल' लाहौल के पर्यटन के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल है. शीतकालीन खेलों व सांस्कृतिक पर्यटन की अपार संभावनाओं का उचित दोहन करने के लिए लोगों को होम-स्टे योजना पर विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि पर्यटन का संतुलित एवं सतत विकास निश्चित हो सके.
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